हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में संवैधानिक नैतिकता पर व्याख्यान का आयोजन

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में विमर्श व्याख्यानमाला
(महेंद्रगढ़) महेंद्रगढ़। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के विधि विभाग द्वारा ‘विमर्श’ व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। यह श्रृंखला विश्वविद्यालय में विधिक अध्ययन और बौद्धिक विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बन चुकी है, जिसका उद्देश्य सैद्धांतिक ज्ञान और समकालीन विधिक चुनौतियों के बीच की खाई को पाटना है।
इस कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की डॉ. मंजींदर गुल्याणी ने ‘संवैधानिक नैतिकता एवं भारतीय न्यायशास्त्र’ विषय पर व्याख्यान दिया। उनका संबोधन विद्यार्थियों के बीच संवाद और प्रश्नोत्तर के रूप में देखा गया, जिससे ‘विमर्श’ की भावना को मजबूती मिली।
समाजोन्मुखी विधिक पेशेवरों का निर्माण
सत्र की अध्यक्षता विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह ने की। उन्होंने बताया कि ‘विमर्श’ श्रृंखला के माध्यम से समाजोन्मुखी विधिक पेशेवरों का निर्माण किया जा रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि हम केवल विधिक प्रावधानों पर चर्चा नहीं कर रहे हैं, बल्कि अपनी सभ्यता की चेतना का पुनर्पाठ भी कर रहे हैं। उन्होंने इसे भारतीय संविधान के 75वें वर्ष में एक महत्वपूर्ण पहल बताया और कहा कि यह हमारे संवैधानिक सफर को समर्पित एक सच्चा सम्मान है।