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हरियाणा जेलों में अपराधियों के नेटवर्क पर कड़ी नजर: SIT की जांच शुरू

हरियाणा पुलिस ने राज्य की जेलों में हार्डकोर अपराधियों के नेटवर्क को समाप्त करने के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। यह टीम जेलों में बंद गैंगस्टर्स की गतिविधियों की गहन जांच करेगी। इसके साथ ही, जेल स्टाफ की संलिप्तता पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी। पिछले छह महीनों में जेलों से बरामद मोबाइल फोन और नशीले पदार्थों के मामलों ने सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है। जानें इस महत्वपूर्ण कदम के बारे में और क्या योजनाएं बनाई गई हैं।
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हरियाणा जेलों में अपराधियों के नेटवर्क पर कड़ी नजर: SIT की जांच शुरू

हरियाणा जेलों में अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम

हरियाणा जेल: हरियाणा जेलों में हार्डकोर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई: SIT करेगी नेटवर्क की जांच: हरियाणा पुलिस ने राज्य की जेलों में सक्रिय गैंगस्टर्स और हार्डकोर अपराधियों के बढ़ते नेटवर्क को समाप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब इन जेलों में बंद अपराधियों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।


इस उद्देश्य के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है, जो इन अपराधियों की कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन करेगी। यह टीम यह पता लगाएगी कि जेल के भीतर अपराधी किस प्रकार अपने नेटवर्क का संचालन करते हैं और बाहरी दुनिया से संपर्क कैसे बनाए रखते हैं।


पंचकूला में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा कारागार विभाग के महानिदेशक आलोक कुमार राय ने बताया कि अब तक जिला स्तर पर की जा रही जांच को राज्य अपराध शाखा के तहत केंद्रीय स्तर पर लाया जा रहा है। इससे जांच की गुणवत्ता और प्रभावशीलता में सुधार होगा। (SIT जांच) के माध्यम से हर पहलू को बारीकी से देखा जाएगा।


जेल स्टाफ पर कार्रवाई और नशे पर सख्ती

जेल स्टाफ पर भी होगी कार्रवाई, मोबाइल और नशे पर सख्ती: पिछले छह महीनों में हरियाणा की जेलों से 21 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जो यह दर्शाते हैं कि जेलों में अवैध गतिविधियां अभी भी जारी हैं। जेल प्रशासन अब इस पर सख्त रुख अपनाने जा रहा है। यदि किसी जेल कर्मचारी की संलिप्तता पाई जाती है, तो उसके खिलाफ भी (अपराधी कार्रवाई) की जाएगी।


इसके अलावा, इस वर्ष अब तक जेलों में नशीले पदार्थों के 20 मामले सामने आए हैं। यह दर्शाता है कि जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है। (जेल में ड्रग्स) जैसी घटनाओं को रोकने के लिए जेल स्टाफ की संख्या बढ़ाने पर भी काम किया जा रहा है।


गैंगस्टर्स की जेल शिफ्टिंग और हाई सिक्योरिटी जेल की तैयारी

गैंगस्टर्स की जेल शिफ्टिंग और हाई सिक्योरिटी जेल की तैयारी: राज्य की जेलों में वर्तमान में 27 हजार कैदी हैं, जबकि जेलों की क्षमता केवल 22 हजार है। इनमें से 27 कैदी गैंगस्टर हैं, जिनका नेटवर्क काफी मजबूत है। इन अपराधियों को विभिन्न जेलों में स्थानांतरित किया गया है ताकि उनका नेटवर्क टूट सके। (गैंगस्टर नेटवर्क) को समाप्त करने के लिए यह कदम अत्यंत आवश्यक था।


रोहतक में बन रही हाई सिक्योरिटी जेल का निर्माण अगले तीन महीनों में पूरा हो जाएगा। इसके अलावा, पंचकूला और फतेहाबाद में नई जेलों के लिए भूमि प्राप्त कर ली गई है। इससे राज्य की जेल व्यवस्था को और अधिक सुरक्षित और आधुनिक बनाया जा सकेगा।