हरियाणा मंत्री अनिल विज ने मालेगांव मामले में कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप

मालेगांव मामले में अनिल विज का बयान
मालेगांव मामला: हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने मालेगांव मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को समाप्त करने की योजना बनाई थी और इसे भगवा आतंकवाद के रूप में पेश किया। उन्होंने यह भी कहा कि मालेगांव घटना के समय केंद्र और महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकारें थीं, और कांग्रेस ने आरएसएस को खत्म करने की गहरी साजिश रची थी। विज ने इस मामले की पूरी जांच की मांग की और साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
विज ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यदि किसी ने झूठे मालेगांव मामले में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को छुआ होता, तो देश में हंगामा मच जाता। मोहन भागवत एक ऐसे संगठन के प्रमुख हैं जो देश को गौरव की ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रयासरत हैं।
भगवा आतंकवाद का खंडन
उन्होंने कहा कि भारत में भगवा आतंकवाद नहीं, बल्कि भगवा वरदान है, जिसके कारण ज्ञान की गंगा बह रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवाधारियों ने देश की संस्कृति और पहचान को बनाए रखा है।
विज ने एसटीएफ द्वारा किए गए खुलासे का जिक्र करते हुए कहा कि उनके अधिकारियों को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया था।
कांग्रेस पर तीखा हमला
विज ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है, जो देश को परम वैभव पर ले जाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह संगठन लोगों में चरित्र निर्माण और देशभक्ति की भावना को जागृत करने के लिए काम कर रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि वे राज्य के गृह मंत्री रह चुके हैं और उन्हें लगता है कि उस समय के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सहमति के बिना इतनी बड़ी कार्रवाई संभव नहीं थी। यह स्थिति बहुत गंभीर है, क्योंकि उस समय महाराष्ट्र और केंद्र में कांग्रेस की सरकारें थीं।