हरियाणा में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर भाजपा के कार्यक्रम

मुख्यमंत्री और मंत्रियों की जिम्मेदारियां तय
भाजपा 25 जून को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए हरियाणा के सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित करेगी। इस आयोजन का उद्देश्य 1975 के आपातकाल की घटनाओं को लोगों के बीच लाना है। इसके लिए मुख्यमंत्री, कैबिनेट के सभी मंत्री और संगठन के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। भाजपा का लक्ष्य है कि नई पीढ़ी उस समय की परिस्थितियों को समझ सके।
कार्यक्रम का आयोजन बूथ स्तर तक
भाजपा ने यह सुनिश्चित किया है कि कार्यक्रम बूथ स्तर तक आयोजित किए जाएं, ताकि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र पर हुए हमले की जानकारी हर व्यक्ति तक पहुंच सके। इसके लिए 27 जिलों में कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, जिसमें नए जिलों जैसे हांसी, बल्लभगढ़, गोहाना, डबवाली और गुरुग्राम ग्रामीण को शामिल किया गया है।
आपातकाल का विरोध
भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया ने बताया कि 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लागू किया गया था। उस समय जनसंघ विपक्ष में था और जेपी आंदोलन के तहत देशभर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे। जनसंघ, जनता पार्टी और आरएसएस ने मिलकर इस आपातकाल का विरोध किया।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 25 जून को करनाल में रहेंगे, जहां उन्हें सहवक्ता के रूप में भारत भूषण जुयाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली और पूर्व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला में रहेंगे। केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल और दीपक मंगला फरीदाबाद में कार्यक्रम में शामिल होंगे, जबकि केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत और गार्गी कक्कड़ गुरुग्राम में उपस्थित रहेंगे। हांसी में राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ के साथ सुनीता दांगी रहेंगी।