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हरियाणा में बीपीएल राशन तेल की कीमतों में वृद्धि: जानें नए रेट और प्रभाव

हरियाणा में बीपीएल राशन तेल की कीमतों में हालिया वृद्धि ने गरीब परिवारों की चिंता बढ़ा दी है। राज्य सरकार ने सरसों के तेल की कीमतों को बढ़ाकर 1 लीटर के लिए ₹30 और 2 लीटर के लिए ₹100 कर दिया है। इस बदलाव का असर बीपीएल कार्डधारकों के घरेलू बजट पर पड़ रहा है। करनाल जिले में इस वृद्धि से ₹1.81 करोड़ की अतिरिक्त आय होने का अनुमान है, जबकि 6 लाख राशन कार्ड रद्द किए जा चुके हैं। सरकार ने नए राशन डिपो खोलने की योजना बनाई है, लेकिन तेल की कीमतों में वृद्धि ने कई जिलों में समस्याएं बढ़ा दी हैं।
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हरियाणा में बीपीएल राशन तेल की कीमतों में वृद्धि: जानें नए रेट और प्रभाव

हरियाणा में बीपीएल राशन तेल की कीमतों में बदलाव

हरियाणा बीपीएल राशन: तेल मूल्य वृद्धि: हरियाणा में सरसों का तेल महंगा, जानें नए रेट और प्रभाव: बीपीएल राशन तेल की कीमतों में वृद्धि ने हरियाणा के लाखों गरीब परिवारों की चिंता बढ़ा दी है। राज्य सरकार ने सरसों के तेल की कीमतों में बदलाव करते हुए अब 1 लीटर तेल ₹30 और 2 लीटर तेल ₹100 में उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मंत्री राजेश नागर ने बताया कि 2018 के बाद पहली बार दरों में बदलाव हुआ है।


इस बदलाव का असर बीपीएल कार्डधारकों के घरेलू बजट पर सीधा पड़ने लगा है। जितनी अधिक मात्रा, कीमत उतनी ही अधिक — यह फॉर्मूला गरीब परिवारों के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर रहा है।


करनाल में 1.81 करोड़ की अतिरिक्त आय, लेकिन 6 लाख राशन कार्ड रद्द


सरकार ने बताया कि सिर्फ करनाल जिले से ही इस मूल्य वृद्धि से लगभग ₹1.81 करोड़ की अतिरिक्त आय होने का अनुमान है। यहां करीब 3 लाख बीपीएल कार्डधारक हैं।


वहीं, पूरे राज्य में 52 लाख राशन कार्डों में से अब तक 6 लाख कार्ड रद्द किए जा चुके हैं। अधिकतर मामलों में कार्ड धारकों की आय बढ़ने को इसका कारण बताया गया है।


नई डिपो की योजना और राहत की उम्मीद


राज्य मंत्री ने जानकारी दी कि जल्द ही नए राशन डिपो खोलने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। मंजूरी मिलते ही आवंटन कर दिया जाएगा। हालांकि तेल की कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन सरकार ने साफ किया कि 5 किलो मुफ्त अनाज और 13.50 रुपये प्रति किलो की दर से चीनी अभी भी बीपीएल कार्डधारकों को मिल रही है।


लेकिन सरसों तेल की कीमत में लगभग ढाई गुना वृद्धि ने उन जिलों में समस्याएं बढ़ा दी हैं जहां बीपीएल परिवारों की संख्या अधिक है।