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हरियाणा में साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: 16 आरोपी गिरफ्तार

गुरुग्राम में साइबर पुलिस ने 66.62 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले 16 ठगों को गिरफ्तार किया है। ये ठग फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल और झूठे निवेश के वादों के जरिए लोगों को ठगते थे। पुलिस ने इस कार्रवाई में कई मोबाइल, सिम कार्ड और लैपटॉप बरामद किए हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और साइबर अपराध से बचने के उपाय।
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हरियाणा में साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: 16 आरोपी गिरफ्तार

हरियाणा में साइबर ठगी का मामला

हरियाणा में साइबर ठगी: 16 ठगों की गिरफ्तारी, 66.62 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी: गुरुग्राम में साइबर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए 16 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 66.62 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की। ये ठग फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल, झूठे निवेश के वादे, सेक्सटॉर्शन, और नकली अधिकारियों के रूप में लोगों को ठगने का कार्य करते थे।


गुरुग्राम साइबर पुलिस ने इन ठगों के पास से 17 मोबाइल फोन, सात सिम कार्ड, दो लैपटॉप और 1500 रुपये नकद बरामद किए हैं। इस कार्रवाई ने देशभर में साइबर अपराध के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद की है। आइए, इस मामले को विस्तार से समझते हैं।


साइबर ठगों की गतिविधियों का खुलासा

गुरुग्राम की साइबर पुलिस ने तकनीकी जांच और मेहनत के बाद जनवरी से जून 2025 के बीच इन 16 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के आंकड़ों के अनुसार, इन अपराधियों के खिलाफ देशभर में 15,265 शिकायतें दर्ज की गई हैं।


इनमें से 488 मामले विभिन्न राज्यों में और 36 मामले हरियाणा के विभिन्न जिलों में दर्ज किए गए। ये ठग फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स बनाकर, निवेश के नाम पर लालच देकर, या सेक्सटॉर्शन जैसे तरीकों से लोगों को ठगते थे। कुछ मामलों में, ये फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर भी लोगों से पैसे वसूलते थे।


पुलिस की कार्रवाई और बरामद सामान

साइबर क्राइम साउथ थाना, मानेसर थाना, और ईस्ट थाना की पुलिस ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। साइबर क्राइम साउथ थाना ने अनुराग, आशीष कुमार, और चिराग को पकड़ा, जबकि मानेसर थाना ने सूरज तिवारी, अमित लवानिया, अनुपम बनर्जी, नीतीश, रोशनी, करण सिंह, रूमान अली, रमन चंदन, और ईशा यादव को गिरफ्तार किया।


साइबर क्राइम ईस्ट थाना ने सौरभ, सोनू, और प्रतीक को हिरासत में लिया। इनके पास से बरामद सामान में 17 मोबाइल, सात सिम कार्ड, और दो लैपटॉप शामिल हैं। एक आरोपी बैंक खातों की बिक्री में भी शामिल था, जिसका उपयोग साइबर ठगी के लिए किया जाता था।


साइबर अपराध से बचाव के उपाय

साइबर ठगी से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना आवश्यक है। एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने सलाह दी है कि अनजान लिंक पर क्लिक न करें, फर्जी निवेश योजनाओं से दूर रहें, और किसी को भी अपने बैंक खाते की जानकारी न दें।


यदि आपको लगता है कि आप साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत नजदीकी साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज करें या 1930 पर कॉल करें। अपनी जागरूकता बढ़ाएं और सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से सावधान रहें।


यह कार्रवाई गुरुग्राम पुलिस की सक्रियता और साइबर अपराध के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूकता और सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। अपनी सुरक्षा के लिए आज ही कदम उठाएं और अपराधियों को मौका न दें!