हिंदी दिवस 2025: जानें किन देशों में बोली जाती है हिंदी

हिंदी दिवस 2025: हिंदी का वैश्विक प्रभाव
नई दिल्ली | हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारत की पहचान और संस्कृति का प्रतीक है। यह भावनाओं से भरी एक ऐसी भाषा है, जो देश में सबसे अधिक बोली जाती है।
हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है, और इस अवसर पर हम आपके लिए एक दिलचस्प जानकारी लेकर आए हैं। क्या आप जानते हैं कि भारत के अलावा और किन देशों में हिंदी का प्रयोग होता है? आइए, जानते हैं उन देशों की सूची जहां हिंदी का प्रभाव बना हुआ है।
हिंदी बोलने वाले देश
भारतीय समुदाय विश्व के विभिन्न हिस्सों में फैला हुआ है, और यही कारण है कि हिंदी की गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनाई देती है। आप जहां भी जाएं, वहां कोई न कोई ऐसा व्यक्ति जरूर मिलेगा जो हिंदी समझता है।
पाकिस्तान
हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में हिंदी का प्रचलन काफी है। यहां की राष्ट्रीय भाषा उर्दू है, लेकिन हिंदी बोलने वालों की संख्या भी कम नहीं है। यह देश कभी भारत का हिस्सा था, इसलिए यहां हिंदी का प्रभाव आज भी देखने को मिलता है।
श्रीलंका
श्रीलंका, जो भारत का एक और पड़ोसी है, में भी हिंदी का उपयोग होता है। खासकर सीमा के निकट क्षेत्रों में हिंदी समझने वाले लोगों की अच्छी संख्या है। हालांकि, लिखित रूप में हिंदी कम देखने को मिलती है, और यहां तमिल जैसी भाषाएं अधिक प्रचलित हैं।
बांग्लादेश
बांग्लादेश भी कभी भारत का हिस्सा था। यहां बंगाली भाषा का बोलबाला है, जो हिंदी से काफी मिलती-जुलती है। भारतीयों की बड़ी संख्या के कारण, बांग्लादेश में हिंदी बोलने और समझने वालों की कमी नहीं है।
नेपाल
नेपाल में हिंदी का काफी प्रचलन है। यहां की स्थानीय भाषा नेपाली है, लेकिन भारतीयों की उपस्थिति के चलते हिंदी का उपयोग भी खूब होता है। नेपाल में हिंदी बोलने वालों की संख्या काफी अधिक है।
अफगानिस्तान
पाकिस्तान और नेपाल के बाद, अफगानिस्तान में भी हिंदी का अच्छा खासा प्रभाव है। यहां आप बेझिझक हिंदी बोल सकते हैं, क्योंकि आपको हिंदी में जवाब देने वाले कई लोग मिल जाएंगे।