हिमाचल प्रदेश में प्राइवेटाइजेशन पर उठे सवाल, बिंदल ने किया विरोध

मुख्यमंत्री सुक्खू के निर्णयों पर सवाल
* टूरिज्म के होटल बिक रहे हैं, पर सीएम सुक्खू नहीं सुन रहे
* कृषि विश्वविद्यालय की सैकड़ों बीघा जमीन प्राइवेट लोगों को, क्यों?
* बड़ा सवाल: सुक्खू प्राइवेटाइजेशन क्यों कर रहे हैं?
शिमला (ऊषा शर्मा): हिमाचल प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने वर्तमान कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि वह राज्य के हितों को नुकसान पहुंचा रही है। बिंदल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पालमपुर में कृषि विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण जमीन को प्राइवेट हाथों में देने का निर्णय लिया है, जिससे शिक्षा क्षेत्र को बड़ा धक्का लगा है। समाज ने इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन किया, लेकिन सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। बिंदल ने सवाल उठाया कि आखिर इस जमीन को प्राइवेट सेक्टर में देने का क्या कारण है और इससे हिमाचल को क्या लाभ होगा?
बिंदल ने आगे कहा कि अब सरकार ने हिमाचल प्रदेश के टूरिज्म डिपार्टमेंट के होटल्स को भी प्राइवेट सेक्टर में देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय का विरोध पूर्व में लीडर ऑफ अपोजिशन ने किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि होटल्स को लीज पर दिया जा रहा है, लेकिन बिंदल ने इसे प्राइवेटाइजेशन का एक नया रूप बताया। उन्होंने कहा कि यह सरकार स्कूलों को बंद कर रही है और नए शब्दों का प्रयोग कर रही है, जैसे कि 'मर्ज' करना। बिंदल ने चेतावनी दी कि इस तरह के निर्णय हिमाचल प्रदेश के हितों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।