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हिमाचल प्रदेश में मानसून से तबाही: पीएम मोदी का संभावित दौरा

हिमाचल प्रदेश में हालिया मानसून ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें 366 लोगों की जान गई है। पीएम नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं। राज्य में राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है। जानें इस प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान और राहत प्रयासों के बारे में।
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हिमाचल प्रदेश में मानसून से तबाही: पीएम मोदी का संभावित दौरा

हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर

हिमाचल मौसम: शनिवार को हिमाचल प्रदेश में हल्की बारिश जारी रही। नदियां उफान पर हैं और खतरे के स्तर पर बह रही हैं। इस मानसून में प्रदेश में 366 लोगों की जान गई है, जिसमें से 203 मौतें बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण हुईं और 163 सड़क दुर्घटनाओं में हुईं। इसी बीच, सरकारी सूत्रों से जानकारी मिली है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए हिमाचल का दौरा कर सकते हैं।


नुकसान का आकलन

हिमाचल प्रदेश में कुल मिलाकर 4,079 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है। मानसून के कारण पशुधन को भी नुकसान हुआ है, जिसमें 1,464 पशुओं और 26,955 मुर्गियों की मौत की सूचना है। राज्य में 135 भूस्खलन, 95 अचानक बाढ़ और 45 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गई हैं। सबसे अधिक घटनाएं लाहौल और स्पीति (83), कुल्लू (45) और मंडी (46) जिलों में हुई हैं।


प्राकृतिक आपदा का प्रभाव

प्राकृतिक आपदा का कहर: हिमाचल प्रदेश के कई जिले, जैसे चंबा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और शिमला, इस मानसून में सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश के कारण सड़कें टूट गई हैं, पुल बह गए हैं, और कई गांवों का संपर्क मुख्य क्षेत्रों से कट गया है। नदियों और नालों के उफान आने से खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं, और कई घरों को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीण इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। राज्य को अब तक हजारों करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।


पीएम मोदी का प्रस्तावित दौरा

सरकारी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को हिमाचल प्रदेश का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान वह बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेंगे। पीएम मोदी विशेष रूप से चंबा और कुल्लू जिलों का हवाई सर्वेक्षण कर सकते हैं, जहां बारिश और बाढ़ ने सबसे अधिक तबाही मचाई है।


राहत और बचाव कार्य

हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), और सेना की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। कई फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, और राहत शिविरों में प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके बावजूद, कई ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।