हिमानी नरवाल हत्या मामले में पुलिस ने पेश की चार्जशीट, आरोपी ने किया जुर्म कबूल

हिमानी नरवाल हत्या का मामला
हिमानी नरवाल हत्या केस: चर्चित कांग्रेस नेत्री हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण चार्जशीट कोर्ट में पेश की है, जिसमें 600 पन्ने शामिल हैं। इस चौंकाने वाले मामले में पुलिस का कहना है कि झज्जर के खैरपुर गांव के सचिन उर्फ ढिल्लू ने केवल 1.5 लाख रुपये के लिए हिमानी की बेरहमी से हत्या की। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने रिमांड के दौरान अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है।
जांच में यह पता चला है कि हिमानी और सचिन की मुलाकात लगभग डेढ़ साल पहले फेसबुक के जरिए हुई थी। सचिन झज्जर के कानौंदा गांव में मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाता था और अक्सर हिमानी के घर आता-जाता था। 27 फरवरी 2025 को हिमानी ने खुद उसे अपने घर बुलाया था, जहां पैसे को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ।
हत्या का तरीका
मोबाइल चार्जर की तार से हत्या
चार्जशीट के अनुसार, विवाद के अगले दिन 28 फरवरी को सचिन ने गुस्से में आकर मोबाइल चार्जर की तार से हिमानी का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को एक सूटकेस में बंद कर रोहतक के सांपला बस स्टैंड के पास फेंक दिया। हिमानी का शव 1 मार्च की सुबह सूटकेस में मिला, और उसके गले में चुन्नी लिपटी हुई थी।
आरोपी की गिरफ्तारी और सबूत
हत्या के बाद, आरोपी ने हिमानी के जेवर बहादुरगढ़ की एक फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखकर लगभग 1.87 लाख रुपये का लोन लिया। पुलिस को इस मामले में सीसीटीवी फुटेज, फिंगरप्रिंट और अन्य वैज्ञानिक सबूत मिले हैं। हालांकि, एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है, जिसके आधार पर सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जा सकती है। वर्तमान में आरोपी सुनारिया जेल में बंद है।
सीबीआई जांच की मांग
हिमानी की मां का बयान
हिमानी की मां, सविता रानी, ने पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि इस हत्या में अकेला सचिन शामिल नहीं हो सकता और इसमें अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके बेटे की 2011 में हत्या हो चुकी है, और अब बेटी की हत्या ने उन्हें तोड़कर रख दिया है।
हिमानी नरवाल कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता थीं और 2023 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेकर चर्चा में आई थीं। उनकी नृशंस हत्या ने न केवल राजनीतिक हलकों को झकझोर दिया है, बल्कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।