स्कूल में महिला शिक्षक को सबक सिखाने रची साजिश में बच्ची के जान पर बन आई, वाशरूम में विस्फोटक पदार्थ लगाने वाले पांच बच्चों पर हुआ अपराध दर्ज
बिलासपुर, 26 फ़रवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मौजूद एक निजी स्कूल के वाशरूम में कथित रासायनिक पदार्थ सोडियम से विस्फोट हो गया। इस घटना में चौथी पढ़ने वाली एक छात्रा स्तुति की जान पर बन आई, उसके दोनों पैर और अन्य जगह पर घाव उभर आए हैं। घायल बच्ची का इलाज जारी है। वहीं इस पूरे मामले में पांच छात्र और छात्राओं के खिलाफ अपराध कायम किया गया है। उनमें से चार को हिरासत में लेकर बुधवार को बाल संप्रेषण गृह में भेजने की कार्रवाई की गई है।
दरअसल 21 फरवरी दिन शुक्रवार को हुई इस घटना में शिक्षकों ने जोरदार विस्फोट की आवाज और एक चीख भी सुनी। जिसे सुनते ही वाशरूम में पहुंचकर छात्रा को घायल पाया और अस्पताल में भर्ती कराया। स्कूल प्रबंधन ने सोडियम या अन्य रासायनिक पदार्थ के प्रयोग का शक जताया। और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। वहीं सोडियम कहां से बाथरूम पहुंचा..? इसको लेकर के प्रबंधन ने बच्चों पर ऑनलाइन माध्यम से मंगाने की बात कही, वहीं परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर गैर जिम्मेदार शिक्षक को बचाने का आरोप लगाया। इस बीच मामले पर लापरवाही करने के आरोप में शनिवार सुबह बच्चों के परिजन और अन्य पेरेंट्स स्कूल का घेराव करने पहुंचे। वहीं परिजनों ने प्रबंधन पर मामले में लीपा पोती करने का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर में शुक्रवार सुबह करीब 10:15 बजे मंगला इलाके में मौजूद एक निजी स्कूल सेंट पलौटी के वाशरूम में अचानक एक रहस्यमयी विस्फोट हुआ। इस घटना में एक छात्रा घायल हो गई। सूचना मिलते ही स्कूल में चल रही परीक्षा के दौरान मौजूद शिक्षक तुरंत वाशरूम की तरफ दौड़े। वहां पहुंचकर उन्हें घायल अवस्था में जमीन पर पड़ी छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया।
स्कूल के प्रिंसिपल सुनीत कुमार ने मीडिया में बताया कि उन्हें संदेह है कि कुछ बच्चों ने ऑनलाइन प्रयोगशाला में इस्तेमाल होने वाले सोडियम या अन्य रासायनिक पदार्थ को वाशरूम में रख दिया था, जिससे यह विस्फोट हुआ। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में सिटी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (सीएसपी) निमितेश सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने तुरंत फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी गई और स्कूल के स्टाफ व छात्रों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विस्फोट का सटीक कारण शरारत माना है। लेकिन सूत्रों की माने तो यह स्पष्ट है कि स्कूल की एक शिक्षिका और इन सभी बच्चों के बीच किसी बात को लेकर नाराजगी थी। उसी शिक्षिका को सबक सिखाने के उद्देश्य से जानबूझकर रासायनिक पदार्थ का उपयोग किया गया। जिसका शिकार एक मासूम बच्ची हो गई।
इस पूरे मामले में सिविल लाइन पुलिस ने 3 छात्राओं और 2 छात्र पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 124 ए के तहत मामला दर्ज किया है। वही 2 छात्राओं को अंबिकापुर और 2 छात्रों को बिलासपुर बाल संप्रेषण गृह भेजने की कार्रवाई की है। वहीं एक छात्रा की जांच और तलाश जारी है। इस पूरे मामले में सूत्रों की माने तो यह जानकारी हुई है कि एक छात्र ने दूसरे छात्र को इस सोडियम पदार्थ को मनाने की लिंक भेजी थी और उसे पटना बिहार से ऑनलाइन मंगाया। वहीं फिलहाल दोनों छात्रों के बीच हुए इस कम्युनिकेशन को उन्होंने डिलीट कर दिया है, पुलिस जिसे साइबर सेल की मदद से रिट्रीव करने कहा है। वहीं फॉरेंसिक टीम ने मौके से सबूत एकत्रित किए हैं और इस मामले की गहन जांच जारी है। वहीं इस पूरे मामले को लेकर के जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ 4 सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित की गई है। जिसमें स्कूल का निरीक्षण कर अपनी जांच शुरू की है। वही टीम के एक सदस्य ने यह बताया कि प्रबंधन की अगर लापरवाही सामने आएगी तो भी कार्रवाई होगी।
इस बीच, घायल छात्रा की हालत स्थिर बनी हुई है और उसे चिकित्सकीय देखभाल की जा रही है। वहीं प्रबंधन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था करने की बात कही है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / Upendra Tripathi