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सोनीपत:हरियाणा कला परिषद के कलाकारों ने गीता के ज्ञान, कृष्णा सुदामा के वृतांत सुनाए

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सोनीपत:हरियाणा कला परिषद के कलाकारों ने गीता के ज्ञान, कृष्णा सुदामा के वृतांत सुनाए


-पावनता को धारण करने का शंखनाद है सतकुंभा उत्सव: पीठाधीश्वर श्रीमहंत

सोनीपत, 23 फ़रवरी (हि.स.)। सिद्धपीठ तीर्थ सतकुंभा धाम के पीठाधीश्वर श्री महंत राजेश

स्वरूप ने कहा कि सत का कुंभ और इसमें श्रद्धा भक्त के साथ स्नान करना, दिव्य गुणों

काे आत्मसात करना, धर्म, संस्कृति, सनातन परंपरा को जीवन में व्यवहारिकता देना, संतों,

भक्तों, महात्माओं के वचनों को जीवन में उतारना ही सतकुंभा उत्सव का लक्ष्य है।

यहां

हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल की ओर से आए कलाकारों ने हरियाणा की धरती पर दिए गीता

के ज्ञान कृष्णा सुदामा के वृतांत सुनाए तो शिव स्तोत्र यज्ञ में अहुतियां डाली, रुद्र

महायज्ञ किया गया तमाम कार्य यहां पावनता को धारण करने का शंखनाद कहा जाएगा। रविवार को शिव स्तोत्र महायज्ञ में मुख्य यजमान निरंजन लाल

गर्ग व उनकी धर्मपत्नी प्रवीण देवी गर्ग उचाना मंडी से जबकि प्रतिभा गर्ग, प्रदीप गर्ग,

सुमित गर्ग व भारत गर्ग दिल्ली से आए यज्ञ में आहुति डाली और रुद्र महायज्ञ किया। निरंजन

लाल गर्ग ने बतौर मुख्य यजमान ने कहा कि मेरे पुज्य पिता संस्था से 40 वर्षों से यहां

जुड़े हुए हैं।

उनको यहां पर आना था लेकिन उम्र दराज होने के कारण महाराज श्री का आशीर्वाद

लेने हेतु पूरे परिवार को भेजा है। सतकुम्भा तीर्थ की बहुत बड़ी महत्ता है। जहां पर

आस्था एवं श्रद्धा से धर्म और कर्म पवित्र

होता है धर्म के कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। जीवन में उन्नति- प्रगति और सुख समृद्धि

मिलती है, यह हमारे जीवन की सच्चाई है। मन्नत ग्रुप ऑफ होटल्स के प्रबंध संचालक वीरेंद्र

कादियान ने कहा कि सिद्धपीठ तीर्थ सतकुंभा धाम पर सतकुंभा उत्सव हमारे क्षेत्र की पहचान

है। हम जब छोटे-छोटे थे तो यहां स्नान करने आया करते थे। मेला लगता तो दौड़ते आ जाते

हैं आज यह तीर्थ पीठाधीश्वर राजेश स्वरुप महाराज ने बहुत ही सुन्दर बना दिया है।

रविवार को पीठाधीश्वर राजेश स्वरुप जी महाराज श्री ने कहा

कि हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल की ओर से ज्योति एंड ग्रुप में साइनिंग स्टार लोक

गायक रवि सांपला के साथ राजेश बिश्शर, रिंकू, गौरव, साहिल, अमन आदि धार्मिक, अध्यात्मिक

हरियाणवी रचनाओं में चेतावनी भरे शब्दों में संदेश देते हुए मानव को चेतन किया कि हे

मानव एक दिन सबको जाना होगा इस जर जोरु और जमीन पर अहंकार ना कर, प्रभु का ध्यान कर

लें।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना