पीसीईई ने अगरतला-सबरूम सेक्शन के विद्युतीकरण का वैधानिक निरीक्षण किया
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गुवाहाटी, 22 फरवरी (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) के प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर (पीसीईई) ने शनिवार को लामडिंग मंडल के अगरतला-सबरूम सेक्शन का सफलतापूर्वक वैधानिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण 25 केवी इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन के तहत वाणिज्यिक सेवाएं शुरू करने की अनुमोदन प्रक्रिया में एक प्रमुख माइलस्टोन है, जो इस क्षेत्र में रेलवे की बुनियादी संरचना के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सिंगल-लाइन (अप/डाउन) सेक्शन पर 112.91 आरकेएम और 135.40 टीकेएम में फैली यह बिजलीकरण परियोजना रेलवे परिचालन में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है। पीसीईई द्वारा यह वैधानिक निरीक्षण इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन के तहत पूर्ण पैमाने पर वाणिज्यिक ट्रेन सेवाएं शुरू करने से पहले संरक्षा और परिचालन अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एक आवश्यक शर्त है।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज एक बयान में बताया है कि इस सेक्शन के विद्युतीकरण में बिश्रामगंज, सांतिर बाजार और जोलाइबारी में सब-सेक्शनिंग और पैरेललिंग पोस्ट के साथ-साथ उदयपुर में ट्रैक्शन सबस्टेशन जैसे बिजली के प्रमुख बुनियादी संरचनाएं शामिल हैं। ये अधिष्ठापन इस क्षेत्र में ट्रेन परिचालन के लिए स्थिर और कुशल बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अगरतला-सबरूम सेक्शन का विद्युतीकरण परिचालन दक्षता बढ़ाने, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के भारतीय रेलवे के व्यापक विजन के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है। इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन में स्थानांतरण से कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आएगी, साथ ही डीजल इंजनों की तुलना में एक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, इलेक्ट्रिक ट्रेनें गति, विश्वसनीयता और यात्रा समय में सुधार प्रदान करेंगी, जिससे रेल परिचालन अधिक ऊर्जा-कुशल और लागत-प्रभावी हो जाएगा। इस प्रगति से यात्री और माल परिवहन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, ताकि क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि और कनेक्टिविटी में योगदान करते हुए सुचारू और तेज़ सेवाएँ सुनिश्चित हो सके।
इस परियोजना के सफलतापूर्वक पूर्ण होने से निर्बाध माल परिवहन और सामग्री एवं कच्चे माल का तेज़ आवाजाही सक्षम होगा और व्यापार, पर्यटन तथा औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। यात्रियों को बेहतर आराम यात्रा और सेवा विश्वसनीयता का लाभ मिलेगा, जबकि व्यापार को अधिक कुशल लॉजिस्टिक्स से लाभ होगा। 100 प्रतिशत ब्रॉड-गेज विद्युतीकरण प्राप्त करने के भारतीय रेलवे के मिशन के तहत, यह पहल भारत सरकार की टिकाऊ और कुशल परिवहन समाधानों की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। आगे बढ़ते हुए, पूसीरे बिजलीकरण परियोजनाओं, स्टेशन उन्नयन और बेहतर यात्री सुविधाओं के माध्यम से बुनियादी संरचनाओं के आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए अधिक उन्नत, पर्यावरण अनुकूल और कुशल रेलवे नेटवर्क सुनिश्चित हो सके। आगे बढ़ते हुए, पूसीरे विद्युतीकरण परियोजनाओं, स्टेशन उन्नयन और बेहतर यात्री सुविधाओं के माध्यम से बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए अधिक उन्नत, पर्यावरण अनुकूल और कुशल रेलवे नेटवर्क सुनिश्चित होगी।
हिन्दुस्थान समाचार / असरार अंसारी