Zubeen Garg की असमय मृत्यु पर असम सरकार ने SIT का गठन किया

मुख्यमंत्री का आदेश
Assam CM on Zubeen Garg : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को ज़ुबीन गर्ग की असामयिक मृत्यु की जांच के लिए राज्य पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) का गठन करने का निर्देश दिया है। इस मामले ने न केवल असम बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है, खासकर इस कारण कि गर्ग की मृत्यु के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं।
SIT का गठन करने का निर्देश
SIT का गठन करने का दिया निर्देश
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया कि उन्होंने असम के पुलिस महानिदेशक (DGP), अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP CID) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और SIT का गठन करने का निर्देश दिया। SIT को मामले की जांच करने की पूरी स्वतंत्रता दी जाएगी, और यह जांच पूरी पेशेवर ईमानदारी से की जाएगी।
पोस्टमॉर्टम और विसरा सैंपल की जांच
पोस्टमॉर्टम और विसरा सैंपल की जांच
मुख्यमंत्री ने पुष्टि की कि ज़ुबीन गर्ग के शव के विसरा सैंपल को दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक लैब (CFL) भेजा जाएगा। इस निर्णय को लेकर व्यापक जन मांग के बाद, मंगलवार को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (GMCH) में उनका दूसरा पोस्टमॉर्टम किया गया।
मृत्यु के कारण पर विवाद
मृत्यु के कारण पर विवाद
ज़ुबीन गर्ग की मृत्यु 19 सितंबर को सिंगापुर में समंदर में तैरते वक्त हुई। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मृत्यु स्कूबा डाइविंग के दौरान हुई, लेकिन गर्ग की पत्नी, गरिमा सैकिया गर्ग ने इस बात को खारिज किया। उन्होंने बताया कि ज़ुबीन पहले तैरने के बाद किनारे लौटे थे, फिर उन्होंने दूसरा तैराकी प्रयास किया, और इस दौरान उन्हें दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें सिंगापुर जनरल अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
सिंगापुर की जांच और दूसरे पोस्टमॉर्टम का निर्णय
सिंगापुर की जांच और दूसरे पोस्टमॉर्टम का निर्णय
सिंगापुर के अधिकारियों ने 19 सितंबर को उनका पोस्टमॉर्टम किया और मृत्यु के कारण को डूबने के रूप में बताया। हालांकि, असम में इस परिणाम को लेकर सवाल उठने लगे थे, और जनता की मांग पर मुख्यमंत्री ने मामले की फिर से जांच करवाने का निर्णय लिया। सोशल मीडिया पर गर्ग के प्रशंसकों ने पहले पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को संदिग्ध बताया और आरोप लगाए कि उनके साथ मौजूद लोग, जैसे कि आयोजक और प्रबंधक, लापरवाह थे।
यह मामला अब गंभीरता से जांचा जा रहा है, और मुख्यमंत्री ने सुनिश्चित किया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।