लोगों के मुद्दों को हल करने के लिए विधानसभा चुनाव जरूरी: मंजीत सिंह


जम्मू, 21 नवंबर (हि.स.)। अपनी पार्टी जम्मू के प्रांतीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मंजीत सिंह ने बढ़ते सार्वजनिक मुद्दों के समाधान के लिए जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की मंगलवार को मांग की। विजयपुर में अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बैठक में बोलते हुए उन्होंने यह बात कही।
इस बैठक में मंजीत सिंह ने सांबा और जम्मू क्षेत्र के अन्य जिलों में लोगों के सामने आने वाले राजनीतिक परिदृश्य और विकास संबंधी मुद्दों की समीक्षा की। जम्मू-कश्मीर में लोग निर्वाचित सरकार की अनुपस्थिति में 5 अगस्त, 2019 से परेशानियों का सामना कर रहे हैं। अधिकारी लोगों की अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं। इसलिए इस स्थिति ने अलगाव की भावना को जन्म दिया है।
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारी लोगों की मांगों को पूरा करने के इच्छुक नहीं हैं और इसलिए निजी और सरकारी क्षेत्रों में बढ़ती बेरोजगारी के साथ समस्याएं कई गुना बढ़ गई हैं। बेरोज़गारी लोगों की एक बड़ी चिंता बनी हुई है ख़ासकर शिक्षित बेरोज़गारों की बढ़ती संख्या के कारण।
उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में घोटालों ने विभिन्न नौकरियों के इच्छुक उम्मीदवारों के बीच अविश्वास पैदा किया है। उन्होंने सीमावर्ती निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर 5 मरला भूखंडों की मांग, कंडी बेल्ट में जल संकट, नागरिक बंकरों का निर्माण, नहर जल आपूर्ति प्रणाली, बिजली के मुद्दे आदि अधूरे रहने का मुद्दा भी उठाया।
उन्होंने कहा कि निर्वाचित सरकार मुद्दों को सावधानी से संभाल सकती थी। दुर्भाग्य से पंचायती राज चुनाव और शहरी स्थानीय निकाय चुनाव निर्धारित थे लेकिन बिना कारण बताए उनमें देरी कर दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार को बिना किसी देरी के जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने चाहिए। स्थिति शांतिपूर्ण है और विधानसभा चुनाव में देरी का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि विकास, रोजगार, सीमावर्ती निवासियों के मुद्दे, विस्थापित व्यक्तियों और किसानों की चिंताओं पर अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है लेकिन वर्षों से इन पर ध्यान नहीं दिया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान