सत्ता में रहते हुए भी आतिशी झूठे छलावे बांटती थी, आज भी वही कर रही हैं : दिल्ली भाजपा
नई दिल्ली, 23 फ़रवरी (हि.स.)। दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह व प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने शनिवार को कहा कि दिल्ली सरकार और नगर निगम दोनों में सत्ता में रहते हुए भी आतिशी एवं आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेताओं ने दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को धोखा दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार में विपक्ष में आने पर भी आतिशी कर्मचारियों को सेवा नियमितीकरण पर धोखा देने का प्रयास कर रही हैं। आगे
उन्होने कहा अस्थाई निगम कर्मी को या नियमित कर्मी सभी भलीभांति जानते हैं की आम आदमी पार्टी नेता उनसे केवल छलावा करते हैं।
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि कुछ माह पूर्व भी प्रतिपूरक कर्मियों के नियमितीकरण की घोषणा की गई थी लेकिन आज तक उनको कोई लाभ नही मिला है।
उन्होंने कहा कि आआपा नेतृत्व की आआपा द्वारा 12 हजार अस्थाई नगर निगम कर्मचारियों को स्थाई करने की घोषणा पूरी तरह छलावा है। सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आतिशी मार्लेना 25 फरवरी को 12 हजार अस्थाई निगम कर्मियों को नियमित करने का दावा कर रही हैं। जबकि आज 23 फरवरी तक कर्मचारियों को नियमित करने का कोई प्रिएमबल प्रस्ताव दिल्ली नगर निगम सचिव आफिस में नही बना है।
सरदार राजा इकबाल सिंह आगे ने कहा कि आतिशी मार्लेना दिल्ली सरकार में मंत्री एवं मुख्यमंत्री रही हैं और उन्हे मालूम है की कर्मचारी नियमितीकरण प्रिएमबल बनाने से पहले नगर निगम आयुक्त एवं वित्तीय विभाग की स्वीकृति आवश्यक होती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में 25 फरवरी को सीएजी रिपोर्ट रखी जायेगी जो आआपा नेताओं को कटघरे में खड़ा करेगी। वहीं निगम सदन में आआपा बहुमत पर भी प्रश्न चिन्ह लगेगा। वहीं काऊंटर करने के लिए निगम में आआपा नेता यह कर्मचारी नियमितीकरण प्रिएमबल प्रस्ताव की नौटंकी ला रहे हैं।
इसी क्रम में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि आआपा नेता निगम कर्मियों को नियमित करने पर बिल्कुल भी गंभीर नही हैं। जिसका एक प्रमाण है की 2022 में तत्कालीन तीनों नगर निगमों ने सभी प्रशासनिक स्वीकृतियों के साथ लगभग 7200 अस्थाई कर्मियों को नियमित करने का प्रिएमबल प्रस्ताव पारित किया था। दुर्भाग्यवश 2022 निगम चुनाव में आप को बहुमत मिला और गत दो साल में आआपा शासन ने मात्र 3400 के लगभग कर्मियों को नियमित किया है। वहीं शेष 3800 फाइलों पर आपत्ति लगा कर टरका दिया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी