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बीएचयू कुलपति ने दिव्यांग छात्रों के लिए सहायता राशि दोगुनी की

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बीएचयू कुलपति ने दिव्यांग छात्रों के लिए सहायता राशि दोगुनी की


वाराणसी,02 अक्टूबर(हि.स.)। महात्मा गांधी की 155वीं जयंती व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर बुधवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति ने दिव्यांग छात्रों के लिए सहायता राशि दोगुनी कर दी। अब दिव्यांग छात्रों को सहायता राशि पॉच हजार की बजाय दस हजार रूपये मिलेगी। साथ ही अंत्योदय अन्न योजना कार्ड धारक छात्र-छात्राओं को एक बार ₹25000 नगद सहायता स्वरूप में दिए जाने की भी घोषणा की गई।

इस अवसर पर कुलपति प्रो.सुधीर कुमार जैन ने कहा कि बीएचयू के साथ महात्मा गांधी का संबंध गहरा रहा है। हमें अपने पूर्वजों महामना पंडित मदन मोहन मालवीय और महात्मा गांधी जैसे विद्वानों की विचारधारा को आत्मसात करना चाहिए। कई मुद्दों पर महामना और महात्मा गांधी के बीच मतभेद होने के बावजूद दोनों में परस्पर सद्भाव बहुत गहरा था। सत्य और अहिंसा का दुनिया में महात्मा गांधी से बड़ा कोई उदाहरण नहीं हो सकता। सामान्य व्यक्ति से महान बनने की यात्रा में बापू ने अपने विचारों से कभी समझौता नहीं किया। बापू का जीवन हमें सिखाता है कि सच्चाई और धैर्य से बड़े से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।

प्रो. जैन ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जीवन सादगी, ईमानदारी और राष्ट्रसेवा का प्रतीक था। उन्होंने जय जवान, जय किसान का नारा देकर देश को एक नई दिशा दी। उनकी नेतृत्व क्षमता और स्वाभिमान ने भारत को आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. अमित पात्रा ने महात्मा गांधी के विचारों और आदर्शों की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए कहा कि ये हम सभ बहुत सौभाग्यशाली हैं कि हमारे समक्ष महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों की विरासत है, जो सदैव हमें प्रेरित करने के साथ साथ हमारा मार्गदर्शन करती आई है। कार्यक्रम की शुरूआत में मालवीय भवन में कुलपति, प्राध्यापकों और अतिथियों ने महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री और पं. मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। वैदिक मंगलाचरण के बाद विश्वविद्यालय का कुलगीत प्रस्तुत किया गया। गीता पाठ, कुरान पाठ, बाइबिल पाठ, गुरुग्रंथ साहिब पाठ और जैन एवं पारसी प्रार्थनाओं का आयोजन किया गया, जिससे विभिन्न धार्मिक परंपराओं के बीच सामंजस्य और एकता का संदेश दिया गया।

प्रो. अरुण कुमार सिंह ने अतिथियों का परिचय दिया। कुलपति सुधीर कुमार जैन व मुख्य अतिथि प्रोफेसर अमित पात्रा ने विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया।

धन्यवाद ज्ञापन छात्र अधिष्ठाता प्रो० अनुपम कुमार नेमा व संचालन प्रो. आरती निर्मल ने किया। प्रोफेसर प्रवीण उधव के निर्देशन में 51 तबला साधकों ने तालांजलि काशी यात्रा के बैनर तले संगीतमय प्रस्तुति दी। इससे पहले कुलपति प्रो.जैन की अगुवाई में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने गांधी चबूतरा पर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी