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प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने किया संगठनात्मक पुनर्गठन

प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे को भंग करने का निर्णय लिया है। यह कदम पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उठाया गया, जिसमें नए संगठन के गठन की योजना बनाई गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे प्रभावी संगठनात्मक ढांचा तैयार करें। 21 दिसंबर को पटना में एक महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की जाएगी, जिसमें चुनावी अनुभवों पर चर्चा की जाएगी। जानें इस बदलाव के पीछे की वजह और पार्टी की आगामी रणनीतियों के बारे में।
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प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने किया संगठनात्मक पुनर्गठन

पटना में जनसुराज पार्टी का बड़ा निर्णय


पटना: प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक सभी संगठनात्मक ढांचों को तुरंत प्रभाव से भंग करने का निर्णय लिया है। यह महत्वपूर्ण फैसला शनिवार को शेखपुरा हाउस में आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लिया गया, जिसमें प्रशांत किशोर भी उपस्थित थे। इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने की।


भंग समितियों का कार्य जारी रहेगा

पार्टी ने स्पष्ट किया है कि नए संगठन के गठन तक भंग की गई सभी समितियां अपने कार्य को पूर्ववत जारी रखेंगी। पार्टी का कहना है कि अगले डेढ़ महीने में संगठन को पूरी तरह से नए सिरे से तैयार किया जाएगा।


वरिष्ठ नेताओं को संगठन पुनर्गठन की जिम्मेदारी

पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेताओं को राज्य के सभी 12 प्रमंडलों की जिम्मेदारी सौंपी है। ये नेता अपने-अपने प्रमंडलों के जिलों में जाकर प्रभावी और सक्रिय संगठनात्मक ढांचा तैयार करेंगे। इसके साथ ही, यह टीम चुनावी हार के कारणों का विश्लेषण करेगी और अनुशासनहीनता में शामिल नेताओं के नामों की रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौंपेगी।


21 दिसंबर को महत्वपूर्ण बैठक

पार्टी के प्रवक्ता सैयद मसीहउद्दीन ने बताया कि 21 दिसंबर को पटना में पार्टी की सामान्य परिषद की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में शीर्ष नेतृत्व जिले के प्रमुख नेताओं से चुनाव और संगठन से जुड़े अनुभवों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा करेगा, ताकि नए संगठन को और मजबूत किया जा सके।


बैठक में शामिल हुए प्रमुख नेता

इस बैठक में कई प्रमुख चेहरे उपस्थित थे, जिनमें पूर्व उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एस.के. सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता वाई.वी. गिरि, पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद सिंह, एन.पी. मंडल, ललन यादव, ए.के. द्विवेदी, पूर्व आईपीएस आर.के. मिश्रा, जितेन्द्र मिश्रा, विनोद कुमार चौधरी, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना और पूर्व विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी शामिल थे।


चुनाव में जनसुराज पार्टी का प्रदर्शन

बिहार विधानसभा चुनाव में जनसुराज पार्टी का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा। पार्टी एक भी सीट जीतने में असफल रही और लगभग 99 प्रतिशत प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। कुल मिलाकर पार्टी को करीब 3.5 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त हुआ। अब पार्टी इस हार के बाद नए सिरे से संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयारियों में जुट गई है।