Newzfatafatlogo

बिहार मंत्रिमंडल के नए सदस्यों की संपत्ति और आपराधिक रिकॉर्ड का खुलासा

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नए मंत्रियों की संपत्ति और आपराधिक मामलों का विवरण अब सार्वजनिक हो गया है। इस खुलासे में कई मंत्रियों की संपत्ति करोड़ों में है, जबकि कुछ की आर्थिक स्थिति सामान्य है। जानें कौन हैं सबसे अमीर और सबसे गरीब मंत्री, और किन मंत्रियों पर गंभीर आरोप हैं। यह जानकारी नई कैबिनेट की आर्थिक और कानूनी स्थिति को स्पष्ट करती है।
 | 
बिहार मंत्रिमंडल के नए सदस्यों की संपत्ति और आपराधिक रिकॉर्ड का खुलासा

बिहार मंत्रिमंडल की संपत्ति का विवरण


बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शपथ लेने वाले नए मंत्रियों की संपत्ति और आपराधिक मामलों की जानकारी अब सार्वजनिक हो चुकी है। जेडीयू-बीजेपी गठबंधन के अलावा अन्य दलों के नेताओं को भी मंत्रिमंडल में स्थान मिल गया है, जिससे वे चर्चा का विषय बन गए हैं।


कैबिनेट के सबसे अमीर मंत्री

नई कैबिनेट में सबसे अधिक संपत्ति संजय कुमार सिंह की है, जिनकी कुल संपत्ति 45.21 करोड़ रुपये है। इसके बाद रामा निषाद 31.86 करोड़, विजय कुमार सिन्हा 11.62 करोड़ और सम्राट चौधरी 11.34 करोड़ की संपत्ति के साथ शीर्ष पर हैं। ये नेता लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और बीजेपी से जुड़े हुए हैं और आर्थिक रूप से कैबिनेट के सबसे मजबूत सदस्य माने जाते हैं।


सबसे गरीब मंत्री कौन हैं?

कैबिनेट में सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री संजय सिंह (टाइगर) हैं, जिनकी कुल संपत्ति 31.18 लाख रुपये है। वहीं, बखरी (SC) से लोजपा (रामविलास) के संजय कुमार 22.30 लाख रुपये की संपत्ति के साथ सबसे गरीब मंत्री माने जाते हैं।


अन्य मंत्रियों की संपत्ति

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की कुल संपत्ति 3.4 करोड़ रुपये है, और उन पर चार मामले दर्ज हैं। नितिन नवीन की संपत्ति 3.1 करोड़ रुपये है, जबकि रामकृपाल यादव, जो पहली बार मंत्री बने हैं, के पास 1.53 करोड़ रुपये की संपत्ति है। उनकी पत्नी की संपत्ति उनसे अधिक है।


संतोष सुमन और उनके खिलाफ मामले

हम पार्टी से मंत्री बने संतोष सुमन के पास 2.57 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है, जबकि उनकी देनदारी 6 लाख रुपये है। उनके खिलाफ कई गंभीर धाराएं जैसे 147, 148, 149, 188, 323, 325, 333, 338 और 341 दर्ज हैं, जो उनकी राजनीतिक यात्रा को और विवादित बनाती हैं।


विजेंद्र यादव, विजय चौधरी और लेशी सिंह

ऊर्जा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विजेंद्र यादव के पास 4 करोड़ रुपये की संपत्ति है और उन पर कोई मामला नहीं है। अनुभवी नेता विजय चौधरी 1.9 करोड़ रुपये की संपत्ति के लिए जाने जाते हैं। वहीं, लेशी सिंह की कुल संपत्ति 1.27 करोड़ रुपये है, जिन पर कोई मामला नहीं है और उनके पास 12 कमरों वाला मकान भी है।