बिहार में नक्सली दयानंद मालाकार का एनकाउंटर, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
बिहार के बेगूसराय में मुठभेड़ से हड़कंप
पटना: बिहार के बेगूसराय जिले में बुधवार शाम को हुई मुठभेड़ ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी। विशेष कार्य बल (STF) को मिली विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई में 50 हजार रुपये का इनाम घोषित नक्सली एरिया कमांडर दयानंद मालाकार मारा गया। यह मुठभेड़ तेघड़ा थाना क्षेत्र के नोनपुर गांव के निकट हुई, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
बुधवार की शाम STF को सूचना मिली कि दयानंद मालाकार अपने पैतृक गांव नोनपुर में छिपा हुआ है। सूचना की पुष्टि के बाद STF, SOG और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही पुलिस टीम आगे बढ़ी, नक्सली ने खुद को घिरा देख फायरिंग शुरू कर दी, जिससे स्थिति तुरंत तनावपूर्ण हो गई।
गोलियों की बौछार
बीस से अधिक राउंड चली गोलियां
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान दोनों पक्षों के बीच 20 से अधिक राउंड फायरिंग हुई। दयानंद लगातार पुलिस पर गोलियां चलाता रहा, लेकिन जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कुछ ही समय बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह किसी बड़ी नक्सली घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
दयानंद का आपराधिक इतिहास
कई जिलों में आपराधिक इतिहास
दयानंद मालाकार लंबे समय से पुलिस के रडार पर था। उस पर बेगूसराय, खगड़िया और मुजफ्फरपुर जिलों में हत्या, आर्म्स एक्ट और विस्फोटक अधिनियम समेत 16 से अधिक गंभीर मामले दर्ज थे। वर्ष 2020 में उसे नोनपुर से हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय हो गया।
वरिष्ठ अधिकारियों की कार्रवाई
वरिष्ठ अधिकारियों ने संभाली कमान
मुठभेड़ की सूचना मिलते ही बेगूसराय के SP मनीष सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पूरे इलाके को सील कर सघन तलाशी अभियान चलाया गया। फिलहाल मृत नक्सली के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
सुरक्षा व्यवस्था में कड़ी निगरानी
SP मनीष का बयान और सुरक्षा अलर्ट
SP मनीष ने बताया कि STF, SOG और DIU की टीम ने SOP के तहत कार्रवाई की। नक्सली की ओर से पहले फायरिंग की गई, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। इस कार्रवाई में 50 हजार का इनामी नक्सली मारा गया। मुठभेड़ के बाद पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
