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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जीतन राम मांझी का महागठबंधन पर हमला

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के आस-पास, जीतन राम मांझी ने महागठबंधन के नेताओं पर व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में मतभेद स्वाभाविक हैं और स्थिर सरकार की आवश्यकता पर जोर दिया। मांझी का मानना है कि एनडीए सरकार ही राज्य के विकास और रोजगार को सुनिश्चित कर सकती है। इस बीच, महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है, जिससे चुनावी परिदृश्य और भी रोमांचक हो गया है।
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जीतन राम मांझी का महागठबंधन पर हमला

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी


बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, राज्य की राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। इस संदर्भ में, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने महागठबंधन के दलों, कांग्रेस और राजद (RJD) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मांझी का कहना है कि महागठबंधन के नेता केवल अपने स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं, जिससे उनके बीच मतभेद होना स्वाभाविक है।


महागठबंधन की स्थिति पर सवाल

मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025 को मांझी ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि महागठबंधन यह दावा कर रहा है कि वे कई सीटों पर दोस्ताना मुकाबला कर रहे हैं। उन्होंने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह सच में संभव है। उनका मानना है कि जब गठबंधन में एकता नहीं है, तो चुनाव के बाद सरकार बनाने में भी दखलअंदाजी की संभावना बनी रहती है। उन्होंने चेतावनी दी, "आज सरकार बनाओगे और वो कल टूट जाएगी।"


स्थिर सरकार की आवश्यकता

'डबल इंजन की सरकार बिहार में जरुरी'


जीतन राम मांझी ने कहा कि राज्य में स्थिर सरकार का होना विकास के लिए आवश्यक है। उनका मानना है कि केवल एनडीए सरकार ही राज्य के विकास, कानून व्यवस्था और बेरोजगारी कम करने में सक्षम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि डबल इंजन की सरकार जनता की सेवा और राज्य की भलाई के लिए आवश्यक है, जबकि महागठबंधन केवल सत्ता पाने के लिए चुनाव लड़ रहा है।


महागठबंधन में मतभेद


इससे पहले, बीजेपी लगातार अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर रही है, जबकि महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर आपसी खींचतान जारी है। राजद और कांग्रेस के बीच सीटों के तालमेल में विलंब और मतभेद ने एनडीए और HAM को राजनीतिक लाभ की स्थिति में ला दिया है।


जनता का जवाब

'निजी हितों को प्राथमिकता देते'


मांझी के इस बयान के बाद बिहार की राजनीतिक तस्वीर और स्पष्ट हो गई है। उनका मानना है कि जो दल स्थिर सरकार नहीं बना सकते, वे राज्य के विकास में बाधा बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि जनता चुनाव में ऐसे नेताओं का जवाब देगी जो केवल अपने निजी हितों को प्राथमिकता देते हैं।


आगामी चुनाव की रणनीतियाँ

राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, HAM और एनडीए की रणनीतियों पर नजर बनी हुई है। जीतन राम मांझी का कहना है कि एनडीए की सरकार ही बिहार में स्थिरता, विकास और रोजगार सुनिश्चित कर सकती है। इस बीच, महागठबंधन के भीतर जारी मतभेद और सीट बंटवारे की अनबन ने आगामी चुनाव को और भी रोमांचक और अनिश्चित बना दिया है।