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अपने विचारों और कार्यशैली में स्वच्छता को आत्मसात करने की आवश्यकता: इन्द्र विक्रम सिंह

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अपने विचारों और कार्यशैली में स्वच्छता को आत्मसात करने की आवश्यकता: इन्द्र विक्रम सिंह


अपने विचारों और कार्यशैली में स्वच्छता को आत्मसात करने की आवश्यकता: इन्द्र विक्रम सिंह


अपने विचारों और कार्यशैली में स्वच्छता को आत्मसात करने की आवश्यकता: इन्द्र विक्रम सिंह


जिले में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती की धूम,दस गांव टीबी मुक्त घोषित

गाजियाबाद, 2 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती धूमधाम से मनाई गयी । इस दौरान सरकारी कार्यालय राजनीतिक परियों के कार्यालय तथा सामाजिक संगठनों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।

कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह व अन्य अधिकारी व कर्मचारियों ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री ​के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी जिलाधिकारी ने सभी को शपथ दिलाई गई। शपथ में कहा गया कि महात्मा गाँधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गाँधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मॉ भारती को आजाद कराया। अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। मैं शपथ लेता हूँ कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूँगा और उसके लिये समय दूँगा। हर वर्ष 100 घण्टे यानी हर सप्ताह 2 घण्टे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूँगा। मैं न गन्दगी करूँगा न किसी को करने दूँगा। सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गाँव से एवं मेरे कार्य स्थल से शुरूआत करूँगा। मैं मानता हूँ कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं उसका कारण यह है कि वहाँ के नागरिक गन्दगी नहीं करते और न ही होने देते हैं। इस विचार के साथ मैं गाँव-गाँव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूँगा। मैं आज जो शपथ ले रहा हूँ, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाऊँगा। वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घण्टे दें, इसके लिए प्रयास करूँगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा। इसके उपरान्त गांधी जी का प्रिय भजन ''रघुपति राघव राजा राम पतित पावन ​सीता राम'' गा​या गया।

जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने महात्मा गांधी की आत्मकथा 'सत्य के साथ मेरे प्रयोग' पढ़ने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि हमें अपने जीवन में महापुरूषों के आदर्शों को आत्मसात करते हुए गांधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करना चाहिए। जैसे की अभी हम सभी लोगों ने शपथ ली है, हम सभी को इस शपथ को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा भारत स्वच्छ व सुन्दर भारत होगा। हम सभी को अपने विचारों और कार्यशैली में स्वच्छता को अनिवार्य रूप से अपनाने करने की आवश्यकता है।

जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि 2025 तक भारत देश को टीवी मुक्त बनाना है, इस मुहिम को साकार करने में हमारे 10 ग्राम प्रधानों ने अच्छी भूमिका निभाई है, अन्य क्षेत्रों के प्रधानों, सभासदों, पार्षदों को इन लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें समझना चाहिए कि स्वच्छता ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता है और स्वच्छ माहौल में ही स्वस्थ्य शरीर का विकास निहित है। कार्यक्रम में सभी गांवों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली