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बजट सत्र : सपा सरकार में हर काम को समाजवादी नाम दिया जाता था, जबकि पैसा सरकारी होता था : सीएम योगी

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बजट सत्र : सपा सरकार में हर काम को समाजवादी नाम दिया जाता था, जबकि पैसा सरकारी होता था : सीएम योगी


सदन में मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर किए कड़े प्रहार

लखनऊ, 25 फरवरी (हि. स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के नए सामर्थ्य की चर्चा की। उन्होंने कुम्भ पर सवाल खड़ा करने वाले विपक्ष पर कड़ा हमला बोला। कहा कि कि कुंभ ने प्रदेश में पंच तीर्थ बना दिये। समाजवादी पार्टी के समय योजनाओं का नाम समाजवादी हो गया था। आज हर प्रदेश वासियों को बिना भेदभाव लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से, जनप्रतिनिधियों के द्वारा, सरकारी कर्मचारियों को दीनदयाल स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर जनपद में एक मेडिकल कॉलेज हैं। मेडिकल स्टाफ नियुक्त हैं। स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जा रहा है। हर जिले में ब्लड बैंक की स्थापना, तकनीकी कर्मियों की नियुक्ति की जा रही है। एसजीपीजीआई में मेडिकल स्टाफ की नियुक्तिां की गई हैं। हमारी सरकार ने एसजीपीजीआई में आठ ब्लॉक बनवाये, 1200 बेड के अस्पताल के रूप में कार्य हो रहा है। सदन में एक परिपाटी चल गई है कि राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध करना। इस तरह हम संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का विरोध तो कर ही रहे हैं, साथ ही बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा प्रदत्त संविधान का भी यह अनादर है।

सीएम योगी ने कहा कि हम अपनी बातों को शिष्ट आचरण से भी कह सकते हैं। इस तरह समाजवादी पार्टी का व्यवहार और आचरण लोकतांत्रिक भी नहीं था। समाजवादी पार्टी का आचरण सभी ने सदन ने देखा ।महामहिम ने इस सदी के सबसे बड़े उत्सव महाकुम्भ की बात कही। इस समय तक अब तक 64 करोड़ श्रद्धालु आस्था का स्नान कर चुके हैं। यह आयोजन बिना भेदभाव एक स्थान पर आमजन मानस को एकत्र कर सकता है। इसको दुनिया ने देखा। जब गौरव की अनुभूति करनी चाहिए तो सपा के सदस्य छींटाकशी कर रहे हैं।

अयोध्या को लेकर हमारे विरोधी उपहास उड़ाते थे, लेकिन हमको अपने सामर्थ्य पर विश्वास था। राममंदिर आंदोलन में ये लोग हर तरह से रोड़े अटकाने लगे। जब मंदिर बन गया तो ये लोग कहने लगे ..'राम तो सबके हैं'। इसी तरह महाकुंभ को लेकर भी कहते थे। इस बार हमारा पूरा मंत्रिमंडल वहां गया और विकास की चर्चा की।उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी शुरू से इसका उपहास उड़ाती थी। कहती थी क्या 40 करोड़ लोग आ जाएंगे ? क्या व्यवस्था हो जाएगी ? ये लोग पहले उपहास उड़ाते हैं, फिर स्वीकार भी करते हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष भी खुद गए और स्नान कर आये। इसी तरह नेता विरोधी दल अब कहने लगे कि पहले सनातनी हैं, फिर समाजवादी।

महाकुंभ ने प्रदेश में पंचतीर्थ बना दिये

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालु प्रयागराज के साथ ही काशी, अयोध्या, गोरखपुर, मथुरा, वृंदावन, इन सभी जगह समान रूप से पहुंच रहे हैं। अयोध्या- काशी में 52 दिनों में अपार श्रद्धालु पहुंचे हैं।

मुख्यमंत्री ने आंकड़ा पेश करते हुए कहा बताया कि मक्का में 24 दिन में एक करोड़ 40 लाख, वेटिकन सिटी में 80 लाख, जबकि अयोध्या में इसका 12 गुना यानी 16 करोड़ श्रद्धालु पहुँचे। यह उत्तर प्रदेश के नया सामर्थ्य दिखाता है। 2025 सारे आंकड़ो को ध्वस्त करने जा रहा है।सनातन की सुंदरता वामपंथियों और समाजवादियों को नजर नहीं आई, लेकिन पर्यटकों को पहुँचने में परेशानी नजर आ गई। समाजवादी पार्टी का सोशल मीडिया हैंडल लगातार दुष्प्रचार करता रहा कि बस्ती, गोरखपुर मंडल के 35 लोग मारे गए। जबकि बाद में पता चला वो लोग अपने घर पहुंच गए। इसी तरह प्रयागराज के खूंटी गुरु की भी कहानी हुई। संसद में एक सज्जन कह रहे थे कि महाकुंभ में हजारों लोग मारे गए, जबकि डिजिटल कुंभ की वजह से 28 हजार लापता लोग वापस मिल गए। योगी ने कहा कि ये लोग बीजेपी से लड़ते लड़ते भारत से ही लड़ने लगते हैं। स्वार्थ के लिए संविधान को लेकर लड़ने लगे।

उन्होंने कहा कि प्रयागराज के अक्षयवट कॉरिडोर को इनके नेता अकबर का किला कहते हैं। अक्षयवट वेदों में वर्णित है। अकबर का कार्यकाल कब हुआ। महाकुंभ को लेकर प्रयागराज मे 200 से अधिक सड़कों का निर्माण हुआ। सिंगल लेन से 2 लेन, 4 लेन,14 फ्लाईओवर बनाये गए। बेहतर कनेक्टिविटी की गई, जो आया वो बेहतर व्यवस्था से प्रसन्न होकर गया। जिन्होंने अपने परिजनों को खोया, उनके प्रति संवेदना भी है। इस पर राजनीति नही होनी चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला