जीजी’ को याद कर भावुक हुई वसुंधरा राजे
जोधपुर, 02 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचीं, जहां उन्होंने सूरसागर की पूर्व विधायक और भाजपा की वरिष्ठ नेता सूर्यकांता व्यास ‘जीजी’ को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान वसुंधरा राजे ने सूर्यकांता व्यास के परिजनों को ढांढस बंधाया। इसके बाद वे सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी के निवास स्थान पर गई जहां उनकी माता के निधन पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की। जोशी की माता का भी कुछ दिनों पहले निधन हो गया था।
मीडिया से बातचीत के दौरान वसुंधरा राजे भावुक हो गई। उन्होंने कहा कि जब भी मैं जोधपुर आती थी, तो सबसे पहले जीजी ही मुझे रिसीव करने पहुंचती थीं। जोधपुर में अगर सबसे पहले मेरी किसी से मेरी गहरी मुलाकात हुई थी तो वह जीजी ही थीं। हमारे बीच एक परिवार जैसा साथ था। अब जब भी जोधपुर आना होगा तो जीजी की कमी अखरेगी। उन्होंने एक महिला होते हुए छह बार चुनाव जीता। ऐसा काम सिर्फ वे ही कर सकतीं थीं। हम उनको बहुत मिस करेंगे। मेरे खुद के लिए यह बहुत बड़ी व्यक्तिगत क्षति है। भगवान से प्रार्थना यही है कि वो सभी को इतनी बड़ी क्षति सहन करने की ताकत दें। उन्होंने कहा कि उनका जाना पार्टी के लिए तो नुकसान है ही, लेकिन उनके लिए निजी रूप में भी बड़ी क्षति है। राजे ने कहा है कि जीजी के साथ उनके संबंध राजमाता के समय से हैं। जब वो पहली बार यहां आईं तो जीजी उनसे मिलने वाली पहली महिला थीं। राजे ने अपने एक्स अकाउंट पर भी ट्वीट करते हुए लिखा- आज जोधपुर आपके बिना अधूरा सा लगा।
एयरपोर्ट पर किया स्वागत
एयरपोर्ट पर वसुंधरा राजे की अगुवानी के लिए कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत, शहर विधायक अतुल भंसाली, सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, ओसियां विधायक भैराराम सियोल, पूर्व राजसिको अध्यक्ष मेघराज लोहिया, भोपाल सिंह बड़ला सहित कई भाजपा नेता व जनप्रतिनिधि पहुंचे। करीब तीन घंटे तक वह जोधपुर प्रवास पर रही। इस दौरान उनसे मिलने के लिए मारवाड़ भर से उनके समर्थक जोधपुर आए। जीजी को श्रद्धांजलि देने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एयरपोर्ट पहुंचने के बाद सीधा भीतरी शहर में जालोरी गेट स्थित पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास के घर पहुंचीं। यहां वे करीब 45 मिनट तक रूकीं। इस दौरान उन्होंने परिवार को सांत्वना दीं। इसके बाद वे सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी के घर पहुंचीं। जहां उनकी माता को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे अजीत भवन पहुंची। दोपहर में वह जोधपुर से रवाना हुई।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश