देश बदल रहा है, युवा राष्ट्रवादी सोच अपनाएं, 2047 तक विकसित होगा भारत: देवनानी
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जयपुर, 23 फ़रवरी (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनने जा रहा है। देश बदल रहा है। युवाओं को राष्ट्रवादी सोच को अपनाकर आगे बढ़ना होगा। देश में गुलामी के प्रतीक चिन्हों के लिए कोई हमदर्दी या जगह नही होनी चाहिए। इसी सोच के साथ काम किया जा रहा है। प्रदेश में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में काम हो रहा है। राजस्थान तेजी से तरक्की की सीढ़ियां चढ़ रहा है। महर्षि दयानन्द सरस्वती जैसे राष्ट्र संत और स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर भवन का नामकरण होना अपने आप में एक महत्वपूर्ण निर्णय है। यह पूरे समाज के लिए गौरव की बात है। अजमेर में 113 साल पुराने किंग एडवर्ड मेमोरियल गेस्ट हाउस का नाम बदल कर रविवार को महर्षि दयानन्द विश्रांति गृह कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के नेतृत्व में आयोजित भव्य समारोह में नाम बदलने की औपचारिक प्रक्रिया सम्पन्न हुई । कार्यक्रम में जिला कलक्टर लोक बन्धु सहित सहकारिता, किसान संघ एवं आर्य समाज से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए देवनानी ने कहा कि आजादी के इतने सालों के बाद भी अजमेर में गुलामी के प्रतीक नामों का होना पीड़ादायक था। अजमेर के आम लोगों को इस बात की पीड़ा थी की अजमेर अब भी गुलामी के प्रतीक नामों को ढो रहा है। अब इन नामों को बदलने की शुरूआत की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने जा रहा है। पूरी दुनियां में आज भारत का डंका बज रहा है। हम एक सशक्त राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहे है। अजमेर में केईएम का नाम बदलकर महर्षि दयानंद विश्रांति गृह किया गया है। इसी तरह फॉयसागर का नाम बदलकर वरूण सागर और होटल खादिम का नाम बदलकर होटल अजयमेरू किया गया है। नामों का बदलाव हमें हमारी सनातन और विपुल संस्कृति की और आगे बढ़ाएगा। यह आवश्यक है कि हम हमारी संस्कृति और राष्ट्र नायकों को अच्छे से जानें।
देवनानी ने कहा कि युवाओं को तेजी से आगे बढ़ कर सशक्त भारत में अपनी भूमिका मजबूती से निभानी होगी। उन्हें राष्ट्रवादी सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। देश तेजी से बदल रहा है। हमें भी इस बदलाव को अपनाकर भारत की प्रगति में अपना योगदान देना होगा। भारत विश्व गुरू था, है और रहेगा। विश्व के पास ज्ञान- विज्ञान में जो भी महत्वपूर्ण उपलब्धियां है, वे भारत की देन है। वेद ज्ञान के भण्डार हैं और पूरे विश्व को यह भारत की अनूठी देन है। उन्होंने कहा कि नेशन फर्स्ट की भावना के साथ सभी को काम करना होगा। देवनानी ने गेस्ट हाउस का नाम परिवर्तन किया । कार्यक्रम में परोपकारिणी सभा के ओम मुनि, ओमानंद सरस्वती, सीसीबी के मदनगोपाल चौधरी सहित अन्य वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश