Newzfatafatlogo

दिल्ली में पार्किंग शुल्क में वृद्धि, प्रदूषण नियंत्रण के लिए नया कदम

दिल्ली में वायु प्रदूषण के बढ़ते संकट के बीच, NDMC ने पार्किंग शुल्क में वृद्धि की है। नई दरें आज से लागू हो गई हैं और यह तब तक प्रभावी रहेंगी जब तक वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं होता। जानें नई दरें और इसके पीछे के कारण।
 | 
दिल्ली में पार्किंग शुल्क में वृद्धि, प्रदूषण नियंत्रण के लिए नया कदम

दिल्ली में पार्किंग शुल्क में वृद्धि


दिल्ली में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच, पार्किंग शुल्क में भी वृद्धि की गई है। NDMC ने CAQM के निर्देशों का पालन करते हुए, राजधानी के सभी ऑफ-रोड और इनडोर पार्किंग स्थलों पर शुल्क में भारी बढ़ोतरी की है।


नई दरें कब से लागू?

नई दरें आज से प्रभावी हो गई हैं और यह तब तक लागू रहेंगी जब तक वायु गुणवत्ता सामान्य नहीं हो जाती और GRAP का दूसरा चरण समाप्त नहीं होता। इससे दिल्लीवासियों पर सीधा आर्थिक प्रभाव पड़ेगा।


कब तक रहेगी यह व्यवस्था?

NDMC का यह निर्णय ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-II के लागू होने के बाद लिया गया है। हाल के दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई है। CAQM ने सभी संबंधित संस्थाओं को GRAP-II के उपायों को लागू करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।


कहां लागू होगा यह नया शुल्क?

NDMC वर्तमान में 126 पार्किंग स्थलों का प्रबंधन करती है, जिसमें 99 ऑफ-रोड, 3 इनडोर और 24 ऑन-स्ट्रीट साइट्स शामिल हैं। हालांकि, बढ़ी हुई पार्किंग फीस का असर 102 पार्किंग स्थलों पर पड़ेगा, जिनका संचालन NDMC करती है।


नए शुल्क की जानकारी

नई दरों के अनुसार, चार पहिया वाहनों का शुल्क 20 रुपये से बढ़कर 40 रुपये हो गया है, जबकि दोपहिया वाहनों के लिए यह 10 रुपये से बढ़कर 20 रुपये हो गया है। बसों के लिए पार्किंग शुल्क 150 रुपये से बढ़कर 300 रुपये हो गया है। इनडोर पार्किंग में कार के लिए अब 20 रुपये और स्कूटर के लिए 10 रुपये देने होंगे।


प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम

NDMC अधिकारियों का कहना है कि बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए यह कदम आवश्यक था। पार्किंग शुल्क में वृद्धि से लोगों को निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा, जिससे सड़कों पर वाहनों की संख्या कम होगी और प्रदूषण स्तर में कमी आने की संभावना है। NDMC ने यह भी स्पष्ट किया है कि जैसे ही वायु गुणवत्ता में सुधार होगा, पार्किंग शुल्क पूर्व दरों पर वापस आ जाएंगे।