Newzfatafatlogo

दिल्ली में प्रदूषण: पूर्व डीजीपी की चेतावनी और सरकार से कार्रवाई की मांग

दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर संकट में है, जिसमें पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने अपने अनुभव साझा करते हुए चेतावनी दी है कि केवल 15 दिन के प्रवास से उनका परिवार बीमार हो गया। उन्होंने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। प्रदूषण के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन भी किया है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
 | 
दिल्ली में प्रदूषण: पूर्व डीजीपी की चेतावनी और सरकार से कार्रवाई की मांग

दिल्ली की जहरीली हवा का संकट


दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। हाल ही में, जम्मू-कश्मीर के पूर्व पुलिस प्रमुख शेष पॉल वैद ने सोशल मीडिया पर साझा किया कि केवल 15 दिनों के दिल्ली प्रवास के बाद उनका पूरा परिवार बीमार हो गया। उन्होंने लिखा कि ऐसा महसूस हुआ जैसे उन्होंने "हजार सिगरेट" पी ली हों। इस बयान ने दिल्ली में वायु प्रदूषण पर नई बहस को जन्म दिया है।


'हजार सिगरेट' जैसा अनुभव

वैद ने अपने पोस्ट में बताया कि दिल्ली में रहने के दौरान उन्हें और उनके परिवार को गले में तेज दर्द, नाक से पानी और जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग साल भर यहां रहते हैं, उनकी स्थिति और भी खराब होगी, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और फेफड़ों की बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए।


सरकार से कार्रवाई की अपील

पूर्व डीजीपी ने सुप्रीम कोर्ट, केंद्र और दिल्ली सरकार से इस स्थिति को 'मानवीय संकट' घोषित करने और तात्कालिक कदम उठाने की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया, "अगर यह संकट उन्हें झकझोर नहीं सकता, तो क्या करेगा? दिल्ली को कब तक गैस चेंबर बने रहने दिया जाएगा?"


AQI में मामूली सुधार, लेकिन स्थिति गंभीर

सोमवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 346 दर्ज किया गया, जो रविवार के 391 से थोड़ा बेहतर है, लेकिन यह अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में है। अक्टूबर के मध्य से दिल्ली की हवा इसी श्रेणी में बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि पराली जलाने का प्रदूषण में लगभग 5% योगदान है।


स्कूलों ने उठाए कदम

बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण, दिल्ली के कई स्कूलों ने बाहरी गतिविधियों पर रोक लगा दी है। अब सुबह की सभा, शारीरिक शिक्षा और खेल सत्र इनडोर आयोजित किए जा रहे हैं। कुछ स्कूलों ने कक्षाओं में एयर प्यूरीफायर भी लगाए हैं। सरकार ने 'विंटर एक्शन प्लान' के तहत स्कूलों को बच्चों की हवा के संपर्क को सीमित करने और वायु की निगरानी के निर्देश दिए हैं।


लोगों का प्रदर्शन

रविवार को इंडिया गेट पर बड़ी संख्या में लोग प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे, जिसमें माता-पिता और बच्चे शामिल थे। पर्यावरण कार्यकर्ता भावरीन खंडारी ने कहा, "हम अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से जवाब चाहते हैं। मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश की लेकिन अनुमति नहीं मिली। बच्चे बीमार हो रहे हैं, अब कार्रवाई जरूरी है।"