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आपदा के समय मानसिक संतुलन बहुत ज़रूरी: डॉ उपासना चड्ढा

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आपदा के समय मानसिक संतुलन बहुत ज़रूरी: डॉ उपासना चड्ढा


नई दिल्ली 24 फ़रवरी (हि.स.)। सोसाइटी फॉर ब्राइट फ्यूचर (एस बी एफ) की ओर से वाइल्ड हॉक रिसॉर्ट हरियाणा में एक 6 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । 17 से 22 फरवरी तक चलने वाली इस कार्यशाला में देश के विभिन्न भागों से आए युवाओं को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग दी गई।

दिल्ली सिविल डिफेंस के रवि कुमार ने युवाओं को आपदा के दैरान विभिन्न उपायों की ट्रेनिंग दी, जिसमें अग्नि शमन, आपदा के दैरान घायलों या आन्य प्रभावित लोगों के लिये राहत और बचाव की कार्रवाई इत्यादि शामिल थे। इस कार्यशाला में पहाड़ पर चढ़ने का प्रशिक्षण, राफ्टिंग का प्रशिक्षण, तैराकी, जंगल में कैसे जीवित रहें, की भी ट्रेनिंग दी गई।

डॉ उपासना चड्ढा ने आपदा के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखने की प्रक्रिया पर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि आपदा के समय मानसिक संतुलन बनाए बिना सहायता प्रदान करना असंभव है। उन्होंने कई उदाहरणों से प्रतिभागियों को इसका महत्व समझाया।

आपदा प्रबंधन और मीडिया की भूमिका पर भी इस कार्यशाला में विशेष सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में आपदा के दौरान मीडिया से सहयोग लेने के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में इस बात पर ज़ोर दिया गया कि एस बी एफ के कार्यकर्ता अपनी गतिविधियों से मीडिया को ज़रूर अवगत कराते रहें जिससे कि आपदा के समय सामाजिक जागरूकता और सहभागिता को सुनिश्चित किया जा सके। कम्युनिकेशन के विभिन्न पहलुओं और आपदा प्रबंधन में संचार और संवाद की प्रमुख भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया। इसके अलावा आपदा प्रबंधन या अन्य परिस्थितियों में फोटोग्राफी की तकनीक के इस्तेमाल पर युवाओं को अवगत कराया गया।

इस अवसर पर सोसायटी फॉर ब्राइट फ्यूचर के अध्यक्ष और सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (आई पी एस) अधिकारी एम ए अनारवाला ने कहा कि सेवा कोई उपकार नहीं है, बल्कि यह एक जिम्मेदारी है जिसमें सोसायटी फॉर ब्राइट फ्यूचर सक्रिय रूप से लगी हुई है। समाज स्वेच्छा से यह कार्य कर रहा है। अनारवाला ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना है कि युवा समाज के प्रति उपने उत्तरदायित्व को समझें।

सोसाइटी फॉर ब्राइट फ़्यूचर (एसबीएफ) देश का एक प्रमुख सामाजिक संगठन है, जो पूरे भारत में आपदाओं के जोखिम को रोकने और कम करने, ऐसी घटनाओं के दौरान राहत प्रदान करने और प्रभावित लोगों के पुनर्वास और उन्हें सामान्य जीवन में वापस लाने के लिए काम करता है। इसका उद्देश्य आपदाओं को रोकने और कम करने के लिए मानवीय गतिविधियों को प्रोत्साहित करना और इस तरह मानव जाति की सुरक्षा में योगदान देना है।

हिंदुस्थान समाचार/अब्दुल वाहिद

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हिन्दुस्थान समाचार / Abdul Wahid