Newzfatafatlogo

खाद्य मंत्री गाेदारा व वन मंती्र संजय शर्मा ने किया वन रक्षक आधारभूत प्रशिक्षण का शुभारंभ

 | 
खाद्य मंत्री गाेदारा व वन मंती्र संजय शर्मा ने किया वन रक्षक आधारभूत प्रशिक्षण का शुभारंभ


बीकानेर, 1 अक्टूबर (हि.स.)। 119वां वन रक्षक आधारभूत प्रशिक्षण सोमवार से प्रारम्भ हुआ। राजुवास आडिटोरियम में आयोजित उद्घाटन समारोह में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री संजय शर्मा, बीकानेर (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र विधायक सिद्धि कुमारी, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने दीप प्रज्वलित कर प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

समारोह में नवनियुक्त वन रक्षकों को बधाई देते हुए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति सुमित गोदारा ने कहा कि इस प्रशिक्षण से वनों को संरक्षित करने के लिए कर्तव्यनिष्ठ वनरक्षक तैयार हो सकेंगे। वन रक्षकों से गंभीरतापूर्वक प्रशिक्षण लेने का आह्वान करते हुए गोदारा ने कहा कि शांतिकाल में की गई मेहनत इंसान को कठिन परिस्थितियों का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए तैयार करती है। गोदारा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन वर्तमान में बड़ी चुनौती है। वनरक्षक पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य के लिए सरकार की अग्रिम पंक्ति के सिपाही हैं। ऐसे में अपने कर्तव्यों को समझते हुए निष्ठापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि इजरायली बबूल, कीकर जैसे पौधे हटाकर स्थानीय जलवायु के अनुरूप पौधे लगाए जाएं। शोभा खेजड़ी अधिकाधिक संख्या में लगे, इसके लिए वन‌ विभाग के साथ समन्वय किया जाएगा। इससे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने में मदद मिलेगी। साथ ही पौष्टिक खाद्य सामग्री की पैदावार भी बढ़ सकेगी। उन्होंने वनरक्षकों को स्थानीय वनों का संरक्षण करते हुए स्थानीय लोगों की भागीदारी से वन संवर्धन की अपील की, जिससे हरियालो राजस्थान के सपने को साकार किया जा सके।

वन‌, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा ने नवनियुक्त प्रशिक्षणाथियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वन रक्षक का कार्य सरकारी नौकरी मात्र नहीं है। यह प्रकृति के प्रति एक जिम्मेदारी भी है। यह एक नैतिक कार्य है, जिसमें वन रक्षकों के कंधों पर वन‌, वन्य जीव और आसपास के ग्रामवासियों की रक्षा करने का अहम दायित्व है। इसके मद्देनजर वे प्रशिक्षण की बारिकियों को समझें। विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य रखें और फील्ड ट्रेनिंग पर भी विशेष ध्यान दें।

स्वागत उद्बोधन देते हुए संभागीय वन संरक्षक हनुमाना राम ने बताया कि आवासीय प्रशिक्षण में 300 नवनियुक्त वन रक्षक प्रशिक्षण लेंगे। वानिकी सैटेलाइट प्रशिक्षण केन्द्र के निर्देशन में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के सहयोग से यह प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है । इनमें 150 महिला तथा 150 पुरुष वन रक्षकों के दो बैच शामिल हैं। प्रशिक्षण के दौरान फोरेस्ट्री की आधारभूत अवधारणाओं और सर्वे सहित प्रायोगिक और सैद्धांतिक पक्षों की जानकारी दी जाएगी।

कोर्स डायरेक्टर इकबाल सिंह ने प्रशिक्षण की रुपरेखा की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नवनियुक्त वन रक्षकों की बड़ी संख्या के मद्देनजर 11 सेटेलाइट प्रशिक्षण केन्द्रों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा। बीकानेर में दो बैचों का तीन माह का आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।

पुलिस प्रशिक्षण के कमांडेट श्याम सिंह राठौड़ ने पुलिस ट्रेनिंग स्कूल द्वारा की गई व्यवस्थाओं, प्रशिक्षण के आउटडोर व इनडोर पक्षों की जानकारी दी।

70 वें वन्य जीव संरक्षण सप्ताह के पोस्टर का विमोचन

इस अवसर पर 70 वें वन्य जीव संरक्षण सप्ताह के तहत सह-अस्तित्व के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण की थीम पर आधारित पोस्टर का भी विमोचन किया गया। वन विभाग के अधिकारी सुशील ने आभार व्यक्त किया। संचालन रवीन्द्र हर्ष ने किया।

इस दौरान एडीएम प्रशासन डॉ दुलीचंद मीना, क्षेत्रीय वन अधिकारी भारती शर्मा, वन विभाग और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के‌ अन्य अधिकारियों सहित विजय आचार्य, पंडित जले सिंह, भूपेंद्र शर्मा, निशांत गौड़, कमलेश विश्नोई, नरेश नायक, श्याम सुंदर चौधरी आदि मौजूद रहे।

--------------

हिन्दुस्थान समाचार / राजीव