ग्राम विकास निधि से कराए गए कार्यों में फर्जीवाड़ा, डीएम ने ग्राम विकास अधिकारी को किया निलंबित
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जालौन, 25 फ़रवरी (हि.स.)। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने मंगलवार को विकासखंड डकोर के ग्राम सैदनगर का निरीक्षण किया और स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेस-2 के तहत चल रहे निर्माण कार्यों और सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाई गईं, जिसके चलते संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि विकास कार्यों का सही ढंग से क्रियान्वयन हो सके। जिलाधिकारी ने ग्राम निधि से कराए गए कार्यों का सत्यापन किया। इसमें पाया गया कि छोटे सिंह ठाकुर के मकान से अक्षरा देवी तिगलिया तक तथा सैदनगर में यू-टाइप नाली निर्माण कराया गया था, जबकि मौके पर सैदनगर में यू-टाइप नाली निर्माण दिखने में असमर्थ रहे। इसके अलावा, 54 कचरा पात्र खरीदे जाने की बात सामने आई, लेकिन मौके पर केवल 5 नग ही उपलब्ध पाए गए। गांव की साफ-सफाई के लिए रिक्शा डाला और सफाई किट खरीदी गई थी, साथ ही आरआरसी सेंटर का निर्माण भी किया गया था ताकि गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके। लेकिन निरीक्षण के दौरान गांव में काफी कचरा फैला हुआ मिला।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि ई-डाला और रिक्शा खरीदे जाने के बावजूद उन्हें उपयोग में नहीं लाया गया, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। एडीओ पंचायत के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जिला पंचायत राज अधिकारी के शिथिल पर्यवेक्षण के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया।
निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास, डीसीएनआरएलएम महेंद्र चौबे, जिला पंचायत अधिकारी राम अयोध्या प्रसाद सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा