विद्यार्थी परिषद ने नशे के खिलाफ शुरू किया अभिनिवृत्ति अभियान
नाहन, 25 फ़रवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रति चिंता जताते हुए इसका कड़ा विरोध किया है। जिला संयोजक पारस ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में चिट्टे जैसी नशे की समस्या तेजी से बढ़ रही है और विद्यार्थी परिषद ने पहले चरण से ही इस मुद्दे पर विरोध शुरू किया था। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने विद्यार्थी परिषद की नशे के खिलाफ उठाई गई मांगों को गंभीरता से नहीं लिया।
नशे के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए विद्यार्थी परिषद ने एक प्रदेश स्तरीय समिति का गठन किया है जो अभिनिवृत्ति नामक अभियान के तहत नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाएगी। इस अभियान के तहत 28 फरवरी से 5 मार्च तक एस.डी.एम., डी.सी., एस.पी., जनप्रतिनिधियों, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे जाएंगे। इसके बाद 5 मार्च से 10 मार्च तक नशे के खिलाफ पर्चे वितरण, पोस्टर वितरण और जन जागरण रैलियां आयोजित की जाएंगी।
3 मार्च से 6 मार्च तक विद्यार्थी परिषद संगोष्ठियों और शोध संगोष्ठियों का आयोजन भी करेगा। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय कला मंच के माध्यम से नुक्कड़ नाटक और बड़े कार्यक्रमों के जरिए युवाओं और जनता को नशे के खतरे के प्रति जागरूक किया जाएगा।
पारस ठाकुर ने इस अभियान को सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया और नशे के खिलाफ समाज में एक सशक्त जागरूकता लाने का संकल्प व्यक्त किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर