Newzfatafatlogo

भारतीय सेना ने विश्व शांति समझ दिवस का किया आयोजन

 | 
भारतीय सेना ने विश्व शांति समझ दिवस का किया आयोजन


पुंछ, 25 फरवरी (हि.स.)। विश्व शांति समझ दिवस पर एक विचारोत्तेजक व्याख्यान में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन ने स्कूली छात्रों की एक सभा को संबोधित किया जिसमें वैश्विक सद्भाव, आपसी सम्मान और सांस्कृतिक समझ के महत्व पर जोर दिया गया।

हायर सेकेंडरी स्कूल छत्राल में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा मन में शांति और सहयोग के मूल्यों को स्थापित करना और उन्हें जिम्मेदार वैश्विक नागरिक बनाना था। इस कार्यक्रम में 150 छात्रों और 25 शिक्षकों सहित कुल 175 लोगों ने भाग लिया। सत्र के दौरान राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के वक्ता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे शांति केवल संघर्ष की अनुपस्थिति नहीं है बल्कि न्याय, समानता और आपसी सम्मान की उपस्थिति है।

उन्होंने छात्रों को ऐतिहासिक शांति आंदोलनों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भूमिका और विवादों को सुलझाने में संवाद की शक्ति के बारे में चर्चा में शामिल किया। प्रेरक उपाख्यानों और वास्तविक दुनिया के उदाहरणों के साथ राष्ट्रीय राइफल्स के वक्ता ने छात्रों को अपने दैनिक व्यवहार में सहानुभूति, सहिष्णुता और अहिंसा को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। हमारी दुनिया का भविष्य युवा पीढ़ी के हाथों में है।

समझ को बढ़ावा देने और शांति को बढ़ावा देने से हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं जहाँ संघर्षों को संवाद और करुणा के माध्यम से हल किया जाता है। ऐसा राष्ट्रीय राइफल्स के वक्ता ने कहा। इंटरेक्टिव सत्र में एक प्रश्नोत्तर खंड भी शामिल था जहाँ छात्रों ने विश्व शांति में योगदान देने के तरीकों के बारे में उत्सुकता से प्रश्न पूछे। राष्ट्रीय राइफल्स के वक्ता ने व्यावहारिक उत्तर दिए जिसमें छात्रों से दयालुता का अभ्यास करने, विविधता का सम्मान करने और सामुदायिक सेवा में संलग्न होने का आग्रह किया गया। स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों ने राष्ट्रीय राइफल्स के वक्ता के प्रभावशाली सत्र के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा।

इस व्याख्यान ने हमारे छात्रों को वैश्विक सद्भाव और शांति को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका पर एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया है। कार्यक्रम का समापन छात्रों द्वारा अपने समुदायों में शांति दूत बनने की शपथ के साथ हुआ जिससे यह संदेश पुष्ट हुआ कि शांति व्यक्तियों से शुरू होती है।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह