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प्लांट सिस्टमैटिक्स और जैव विविधता संरक्षण में एआई और एमएल पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न

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प्लांट सिस्टमैटिक्स और जैव विविधता संरक्षण में एआई और एमएल पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न


जम्मू, 22 फ़रवरी (हि.स.)। प्लांट सिस्टमैटिक्स और जैव विविधता संरक्षण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के एकीकरण पर पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के वनस्पति विज्ञान विभाग में संपन्न हुई। कार्यशाला में सौ से अधिक शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और विभिन्न संस्थानों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया जिसमें प्लांट साइंस और जैव विविधता संरक्षण में एआई और एमएल की परिवर्तनकारी भूमिका पर चर्चा को बढ़ावा दिया गया। सीयू जम्मू के कुलपति प्रोफेसर संजीव जैन के नेतृत्व में आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य प्लांट टैक्सोनॉमी और अत्याधुनिक एआई प्रौद्योगिकियों के बीच की खाई को पाटना था। समापन समारोह में सीयूजे के स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज के डीन प्रोफेसर विनय कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। अपने संबोधन में उन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान, विशेष रूप से जैव विविधता संरक्षण और पारिस्थितिक अध्ययनों में एआई और एमएल के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पादप वैज्ञानिकों और एआई विशेषज्ञों के बीच अंतःविषय सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए कार्यशाला की सराहना की।

सीयू जम्मू के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. योगेश कुमार ने कार्यशाला की प्रमुख चर्चाओं पर विचार किया जिसमें एआई-संचालित प्रजातियों की पहचान, जलवायु परिवर्तन विश्लेषण, पारिस्थितिक निगरानी और सटीक कृषि शामिल थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एआई को पारंपरिक टैक्सोनोमिक और पारिस्थितिक विशेषज्ञता के प्रतिस्थापन के बजाय एक पूरक उपकरण के रूप में देखा जाना चाहिए। सीयू जम्मू के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रो. बीएस भाऊ ने सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया और पारंपरिक पादप वर्गीकरण और संरक्षण रणनीतियों के साथ एआई को एकीकृत करने के महत्व को रेखांकित किया।

समापन सत्र का एक मुख्य आकर्षण प्रतिभागियों द्वारा साझा की गई सकारात्मक प्रतिक्रिया थी। कई उपस्थित लोगों ने इंटरैक्टिव सत्रों, व्यावहारिक प्रदर्शनों और विशेषज्ञ-नेतृत्व वाली चर्चाओं की सराहना की, और अपने भविष्य के शोध में एआई तकनीकों को लागू करने में गहरी रुचि व्यक्त की।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा