कार्य को करने से पहले मन को एकाग्र करना बेहद है जरूरी: आत्मश्रद्धानंद महाराज
कानपुर, 10 जनवरी (हि.स.)। जब हम किसी कार्य को करने से पहले उसका संकल्प लेते हैं तो आध्यात्मिक और भौतिक शक्तियां मिलकर उस कार्य को पूरा करने में एक अदृश्य शक्ति प्रदान करती है जिससे हमें सफलता मिलने की उम्मीद कई गुना बढ़ जाती है। इसलिए किसी भी कार्य को करने से पहले अपने मन को एकाग्र करना बेहद आवश्यक है। यह बातें आत्माश्रद्धानंद महाराज द्वारा छात्रों को संबोधित करते हुए शुक्रवार को ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन में आयोजित संकल्प दिवस समारोह के दौरान कही गईं।
जवाहर नगर स्थित ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज में शुक्रवार को संकल्प दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव आत्म श्रद्धानंद महाराज पहुंचे। उन्होंने छात्राें से कहा कि बिखरी हुए मन एवं शारीरिक शक्तियों को एकत्र कर एक दिशा में लगाने के लिए संकल्प लें, इससे आपका कार्य बहुत तेजी से पूरा होगा। आगे कहा कि जिस प्रकार से नदी का प्रभाव बाढ़ के समय अपने आसपास बहुत कुछ बहा ले जाता है और उससे बचने के लिए बंद बनाना आवश्यक है, ठीक इसी प्रकार युवाओं में भी असीम ऊर्जा होती है, जरूरत है इसको संयोजित करके एक दिशा में लगाने ऐसा हाेने निश्चित रूप से आपको सफलता मिलेगी। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद बचपन से ही विश्लेषण प्रतिभावान थे पढ़ते समय उन्हें किसी भी पुस्तक को दूसरी बार पढ़ने की आवश्यकता नहीं पड़ती थी क्योंकि वह बड़े मनोयोग से अध्ययन करते थे। उन्होंने अमेरिका जाकर अनेकों चुनौतियों का सामना भी किया लेकिन फिर भी भारतीय जीवन मूल्यों की श्रेष्ठ को विषय के समक्ष प्रस्तुत किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / Rohit Kashyap