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जेकेएएसीएल ने मुश्ताक काक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की

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जेकेएएसीएल ने मुश्ताक काक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की
जेकेएएसीएल ने मुश्ताक काक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की


जम्मू, 20 नवंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी ने सोमवार को यहां प्रसिद्ध थिएटर व्यक्तित्व मुश्ताक काक के दुखद निधन पर शोक व्यक्त किया। विभिन्न थिएटर और सिनेमा जगत की हस्तियों ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी।

11 सितंबर 1961 को जम्मू में जन्मे प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के प्राप्तकर्ता मुश्ताक काक एक प्रसिद्ध थिएटर निर्देशक हैं। श्री राम सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स, नई दिल्ली के पूर्व निदेशक, काक लगातार नए नाटकों पर काम कर रहे थे और देश भर में कार्यशालाएँ आयोजित कर रहे थे। काक ने थिएटर में बैक-स्टेज कलाकार और लाइटिंग, कॉस्ट्यूम, मेकअप और सेट के डिजाइनर के रूप में काम करना शुरू किया। बाद में उनका रुझान नाटकों के निर्देशन की ओर हो गया। उन्होंने डोगरी, उर्दू, अंग्रेजी और यहां तक कि संस्कृत भाषा में नाटकों का निर्देशन किया है।

मुश्ताक काक ने 100 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया है जिनमें मंटो-बा क़लमखुद, मैं मंटू हूं, सियाह हाशिये, सादत हसन मंटो की लघु कहानियों पर आधारित कहानी कहानी, एंटोन चेखव की द चेरी ऑर्चर्ड एंड द सीगल, जीन पॉल सार्त्र की मेन विदाउट शैडोज़, पिरंडेलो की सिक्स कैरेक्टर्स इन सर्च ऑफ एन ऑथर आदि शामिल हैं।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संस्कृति विभाग के जूनियर और सीनियर दोनों फैलोशिप के प्राप्तकर्ता मुश्ताक काक ने कई उत्पादन-उन्मुख थिएटर कार्यशालाओं का आयोजन किया है। एक अभिनेता के रूप में मुश्ताक काक ने 2007 और 2022 के बीच लोकप्रिय फिल्मों में अभिनय करते हुए भारतीय सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी कुछ उल्लेखनीय भूमिकाओं में डॉक्टर के रूप में अमल (2007), मुख्य खलनायक के रूप में हाईजैक (2008), सिकंदर (2009) शामिल हैं।

थिएटर के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मुश्ताकक को संगीत नाटक अकादमी, जम्मू और कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी, श्रीनगर/जम्मू और साहित्य कला परिषद, नई दिल्ली सहित कई प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा सम्मानित किया गया है। जेकेएएसीएल के सचिव भरत सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुश्ताक काक को सच्ची श्रद्धांजलि उनके मार्ग और दृष्टिकोण पर चलना होगा।

शोक व्यक्त करने वाले अन्य प्रमुख लोगों में खालिद हुसैन, डॉ. जावेद राही, अरविंदर सिंह अमन, डॉ. लियाकत जाफरी, दीपक कुमार, संदीप रतन वर्मा, रविंदर कौल और कई अन्य शामिल थे। इस दौरान विभिन्न कला क्षेत्रों के विभिन्न कलाकार उपस्थित थे और उन्होंने इस महान कलाकार के निधन पर दुख व्यक्त किया।

हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान