जोगबनी रेलवे स्टेशन पर नेपाली टैक्सियों की मनमानी, यात्रियों की परेशानी पर रेल विभाग मूकदर्शक
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अररिया, 24 फरवरी(हि.स.)।
जोगबनी रेलवे स्टेशन पर इन दिनों नेपाली नंबर की मारुति वैन के आतंक से रेल यात्री खासकर महिला यात्री परेशान हैं। टैक्सी चालकों की जबरन खींचतान और अनियंत्रित गतिविधियों के बावजूद रेल प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
नेपाल के विभिन्न नेत्र अस्पतालों में जाने वाले यात्रियों को जबरन खींचने की घटनाएं आम हो गई हैं। महिला यात्रियों को असहज करने के बावजूद आरपीएफ और जीआरपी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इन टैक्सियों की आड़ में तस्करी भी धड़ल्ले से हो रही है। हाल ही में नेपाल पुलिस ने जोगबनी से रानी नेत्र अस्पताल जा रही एक मारुति वैन से 20 लाख रुपये मूल्य के लेंस जब्त किए थे, जिन्हें मरीज के कंबल के भीतर छिपाया गया था।
तस्करों के संगठित गिरोह तस्करी को छिपाने के लिए रेलवे स्टेशन से नेपाल बॉर्डर तक जानबूझकर अपनी वैन खड़ी कर जाम की स्थिति पैदा कर देते हैं। इससे यातायात प्रभावित होता है, लेकिन इसी आड़ में लेंस, दवा, कपड़े और अन्य सामानों की अवैध तस्करी आसानी से की जाती है।
रेलवे प्रशासन को इस समस्या की पूरी जानकारी होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस विषय में मंडल रेल प्रबंधक से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। इससे यात्रियों की सुरक्षा और रेल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। यात्रियों और स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन से नेपाली नंबर की टैक्सियों की मनमानी रोकने, स्टेशन पर सख्त निगरानी रखने और अवैध तस्करी पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर