मेंढर में संयुक्त रूप से चलाया गया वृक्षारोपण अभियान

पुंछ, 25 फरवरी (हि.स.)। एक महत्वपूर्ण सैन्य पर्यावरण पहल में भारतीय सेना ने वन विभाग मेंढर वन रेंज, पुंछ के साथ मिलकर स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सीओबी धारगालून के अंदर पेड़ लगाए। वृक्षारोपण एक पेड़ माँ के नाम थीम के तहत किया गया जिसमें प्रत्येक पेड़ को हर जगह माँ की पोषण भावना को समर्पित किया गया। यह वृक्षारोपण कार्यक्रम नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में एक कदम है।
भारतीय सेना और वन विभाग अपने संसाधनों और विशेषज्ञता को साझा करके जंगल की आग और ऐसी घटनाओं का संयुक्त रूप से मुकाबला करेंगे। इस पहल ने सीमा और संवेदनशील क्षेत्रों में वृक्षारोपण करके पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने पर भी ध्यान केंद्रित किया। भारतीय सेना और वन विभाग का संयुक्त प्रयास एक पेड़ माँ के नाम थीम के तहत दुर्गम क्षेत्रों में वनरोपण करना है।
इस प्रयास से विभागों के बीच की खाई को पाटा गया और वन विभाग को वन क्षेत्रों में या उसके आस-पास होने वाली राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से संबंधित किसी भी जानकारी को साझा करने में सक्रिय रूप से सहयोग करने के लिए राजी किया गया।
यह सहयोग सुरक्षा को बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि संभावित खतरों की पहचान की जाए और उन्हें तुरंत संबोधित किया जाए जिससे पर्यावरण और राष्ट्र दोनों की सुरक्षा और भलाई में योगदान मिले। सीओबी धारगालून के अंदर विभिन्न प्रजातियों के कुल 30 पौधे लगाए गए हैं। यह प्रयास आने वाले महीनों में गांव नवनी, पनखा, बेहरोटे, सुइयान, कोट्टन में कई और पेड़ लगाने की योजना के साथ वृक्षारोपण पहल की चल रही श्रृंखला का हिस्सा है।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह