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खजुराहो नृत्य समारोहः चौथाे दिन हुई कथक और ओडिसी नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां

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खजुराहो नृत्य समारोहः चौथाे दिन हुई कथक और ओडिसी नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां


खजुराहो नृत्य समारोहः चौथाे दिन हुई कथक और ओडिसी नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां


भोपाल, 23 फरवरी (हि.स.)। यूनेस्को विश्व धरोहर खजुराहो में चल रहे 51वें नृत्य समारोह के चौथे दिन रविवार को शास्त्रीय नृत्य की तीन बेहतरीन प्रस्तुतियां देखने को मिलीं। इस सात दिवसीय समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश शासन और उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत और कला अकादमी के तत्वावधान में किया जा रहा है।

रविवार की शाम समारोह में पहली प्रस्तुति में मध्यप्रदेश की कथक नृत्यांगना पलक पटवर्धन ने जयपुर घराने की परंपरा का प्रदर्शन किया। उन्होंने भक्त वत्सलम के जरिए ठाकुर जी की प्रार्थना की। साथ ही श्रीकृष्ण की गोवर्धन लीला का मनमोहक वर्णन किया।

दूसरी प्रस्तुति में ओडिसी नृत्य के प्रख्यात कलाकार प्रवत कुमार स्वाइन ने रास विचित्र पेश किया। उन्होंने राग मालिका और ताल मालिका के माध्यम से नौ रसों की अभिव्यक्ति की। इसमें शिव द्वारा गणेश के शीश छेदन की कथा को दर्शाया गया।

अंतिम प्रस्तुति में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता अदिति मंगलदास ने कथक नृत्य पेश किया। उनकी प्रस्तुति 'समवेत' में पंचतत्वों का सुंदर समावेश था। इसमें पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश के सामंजस्य को दर्शाया गया। कथक की भाषा और ध्वनि का सूक्ष्म प्रयोग कर उन्होंने शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को प्रस्तुत किया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर