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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए मेहमानों का उज्जैन में स्वागत के लिए इंतजार

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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए मेहमानों का उज्जैन में स्वागत के लिए इंतजार


उज्जैन, 24 फ़रवरी (हि.स.)। भोपाल में सोमवार से प्रारंभ हो रही दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आनेवाले विदेशी तथा देशभर के मेहमान उज्जैन महाकाल दर्शन के लिए आ सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां कर रखी है। अति विशिष्ट एवं विशिष्ट मेहमानों के दर्शन के लिए अलग से प्रशासन ने योजना बनाई है।

प्रदेश सरकार द्वारा 24 एवं 25 फरवरी को भोपाल के इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय परिसर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। इसके शुभारंभ के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भोपाल आ चुके हैं। एक अनुमान के अनुसार इस समिट में पंजीकृत उद्योगपति आदि मेहमानों में से अनेक मेहमान महाकाल दर्शन के लिए 25 फरवरी की रात्रि में या 26 फरवरी को उज्जैन आ सकते हैं। वे महाकाल दर्शन या भस्मार्ती दर्शन का आग्रह कर सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार इसके लिए उन्हे भोपाल से उज्जैन लाने और दर्शन करवाकर वापस भोपाल भेजने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा अलग से की गई है। इसी के चलते मेहमानों के स्वागत,अल्पाहार-भोजन एवं दर्शन व्यवस्था की पूरी तैयारियां जिला प्रशासन,उज्जैन द्वारा भी कर ली गई है। ताकि आनेवाले मेहमानों को कोई परेशानी न हो। मंदिर परिसर में मेहमानों को घुमाने, मंदिर के इतिहास की जानकारी देने, उन्हे परिसर में चलनेवाले प्रकल्पों की जानकारी देने, महाकाल महालोक दिखाने के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। ई-कार्ट भी अलग से तैयार की गई है। इसीप्रकार कोई मेहमान यदि महाकाल अन्न क्षेत्र देखना चाहेंगे तो वहां भी उन्हे ले जाया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसे उद्योगपति मेहमानों से अन्न क्षेत्र में सहयोग की अपेक्षा रखी जा सके।

उल्लेखनीय है कि इस समय महाकाल मंदिर में शिवनवरात्र चल रही है। यहां रोजाना करीब 2 से 3 लाख श्रद्धालु बाबा महाकाल ेके दर्शन करने उज्जैन आ रहे हैं। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व है। इस दिन करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु उज्जैन आने की संभावना प्रशासन ने आंकी है। इस अनुसार तैयारियां भी की गई है। ऐसे में समिट में शामिल मेहमान यदि उज्जैन आते हैं तो उन्हे भी दर्शन करवाए जाएंगे। इसके लिए अति विशिष्ट एवं विशिष्ट व्यक्ति दर्शन व्यवस्था बनाई गई है।

यह है अतिविशिष्ट-विशिष्ट दर्शन व्यवस्था

महाकाल मंदिर में आनेवाले अतिविशिष्ट एवं विशिष्ट व्यक्तियों को बाबा महाकाल के दर्शन करवाने के लिए अलग से व्यवस्था बनाई गई है। इन्हे नीलकंठ द्वार से सत्कार कक्ष लाया जाएगा। यहां से निर्माल्य द्वार होकर कोटितीर्थ के समीप से होते हुए नगाड़ा गेट से गणेश मण्डपम होकर प्रथम बेरीकेड से दर्शन करवाए जाएंगे। इसी रास्ते से इनकी वापसी होगी।

श्रद्धालुओं की संख्या में अभी से वृद्धि

महाकाल मंदिर में शिवनवरात्रि के तहत अभी तक 2 से 3 लाख श्रद्धालु आ रहे थे लेकिन रविवार को अचानक से इनकी संख्या में वृद्धि हुई। एक अनुमान के अनुसार रविवार को श्रद्धालुओं की संख्या 3 लाख से उपर पहुंच गई थी। हालांकि इनके दर्शन की व्यवस्था सुचारू रही ओर कहीं कोई अव्यवस्था नजर नहीं आई। इसे देखते हुए प्रशासन को अनुमान है कि सोमवार ओर मंगलवार को श्रद्धालुओं की संख्या 4 लाख तक पहुंच सकती है। इनके बीच मेहमानों को दर्शन करवाने की मशक्कत मंदिर प्रबंध समिति को करना होगी। क्योंकि ये श्रद्धालु मंदिर के अलावा परिसर से लेकर महाकाल महालोक तक फैले होंगे।

इनका कहना हैै

उज्जैन कलेक्टर सह अध्यक्ष-महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, नीरजकुमार सिंह ने बताया कि हम मेहमानों के स्वागत हेतु तैयार हैं। मेहमानों के लिए सारी व्यवस्थाएं कर ली गई है। जब भी हमे सूचना मिलेगी कि भोपाल से मेहमान महाकाल दर्शन करने उज्जैन आ रहे हैं,हम स्वागत और दर्शन की सुचारू व्यवस्था करेंगे। उन्होने बताया कि समाचार लिखे जाने तक उनके पास भोपाल से किसी भी मेहमान के दर्शन हेतु आने की पूर्व सूचना नहीं है।

* मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने चर्चा में कहाकि कलेक्टर सर के नेतृत्व में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। समिट में शामिल मेहमानों में से जो मेहमान उज्जैन आएंगे,उनकी जानकारी समिट में लगे अधिकारियों द्वारा समन्वय बनाकर दी जाएगी। उज्जैन में उनके रूकने,भोजन/अल्पाहार आदि की व्यवस्था पर्यटन विभाग द्वारा की जाएगी। मंदिर में अति विशिष्ट व्यवस्था अन्तर्गत मेहमानों को दर्शन करवाए जाएंगे। साथ ही मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह कलेक्टर द्वारा उनका स्वागत एवं स्मृति चिंह और बाबा महाकाल की लड्डू प्रसादी देकर सम्मान किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्‍वेल