मंईयां और अबुआ आवास याेजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था हुई गतिशिल : राज्यपाल

रांची, 24 फ़रवरी (हि.स.)। छठे विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्यपाल संतोष गंगवार का अभिभाषण हुआ। राज्यपाल ने राज्य सरकार के अब तक किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विकसित झारखंड की यात्रा को शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस यात्रा में मंईयां सम्मान योजना और अबुआ आवास योजना से राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था गतिशिल हुई है। राज्यपाल ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद पहल को बढ़ावा देने के लिए 163 करोड रुपए से रांची के कोर कैपिटल एरिया, धुर्वा में यूनिटी मॉल बनाया जा रहा है। धुर्वा में ही 3.45 एकड़ भूमि पर झारखंड वर्ल्ड ट्रेड सेंटर भी बनाया जा रहा है। इससे राज्य में निर्यात से संबंधित जरूरी आधारभूत संरचनाओं का विकास, निर्यात की प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा। इस योजना की लागत राशि में से 47 करोड़ रुपए राज्य सरकार वहन कर रही है। राज्यपाल ने कहा कि बेरोजगार युवाओं के लिए इस वित्त वर्ष में 81 भर्ती कैंपों और 63 रोजगार मेलों का आयोजन कर 8499 युवाओं का चयन किया गया है। साथ ही स्किल कॉन्कलेव का आयोजन कर 21861 प्रशिक्षण लेनेवालों को रोजगार ऑफर किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने विधवा पुनर्विवाह योजना शुरू की है, जिसके तहत विधवा महिलाओं को पुनर्विवाह पर दो लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। राज्यपाल ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में 59 कांड दर्ज किए हैं। इसमें कुल 56 लोक सेवकों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में अपराधमुक्त वातावरण का सृजन करते हुए कानून का राज स्थापित किया गया है और इसे बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में योजनापूर्ण तरीके से चलाए गए नक्सली अभियानों में वर्ष 2024 में 248 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 24 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और नौ नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। वहीं 154 संगठित गिरोह के अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। राज्यपाल ने कहा कि छात्रों को आर्थिक सशक्तिकरण करने के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि को बढ़ाकार क्रमश : 500 को बढ़ाकर 1500 और 2250 को बढ़ाकर 4500 रुपए कर दिया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak