भाजपा ने आआपा की गृह कर माफ करने की घोषणा को छलावा बताया
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नई दिल्ली, 24 फ़रवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने दिल्ली नगर निगम की गृह कर माफ करने की घोषणा को आम आदमी पार्टी (आआपा) का छलावा बताया है।
दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह एवं दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आज यहां कहा कि विधानसभा चुनाव में हार से हताश आआपा अब अपने पार्षदों के दलबदल कर भाजपा में शामिल होने की वजह से दिल्ली नगर निगम में भी बहुमत खो चुकी है। झूठी घोषणाएं करने की बजाय आआपा नेतृत्व 25 फरवरी को दिल्ली नगर निगम सदन में अपना बहुमत साबित करे।
भाजपा नेताओं ने कहा कि दिल्ली नगर निगम में आआपा नेता भलीभांति जानते हैं कि गृह कर को लेकर उनकी आज की घोषणाएं एक छलावा है। ऐसी किसी भी घोषणा को लाने से पहले दिल्ली वित्त आयोग, म्यूनिसिपल वैल्यूएशन कमेटी और नगर निगम की स्थाई समिति की पूर्व स्वीकृति आवश्यक है, जो नगर निगम के पास आज गठित नहीं हैं।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि 2021 में तत्कालीन तीनों निगमों में भाजपा महापौर पूर्ण बहुमत के साथ रिहायशी मकानों का गृह कर माफ करने का प्रस्ताव लाए थे, जिसे तत्कालीन आआपा निगम पार्षदों और अरविंद केजरीवाल सरकार ने रोक दिया था और लागू नहीं होने दिया था।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आआपा नेतृत्व ने दिल्ली नगर निगम की दो साल से अधिक समय से स्थाई समिति गठित नहीं होने दी और न ही केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वित्त आयोग का गठन होने दिया और आम सदन के माध्यम से प्रशासन चलाने की असंवैधानिक कोशिश की। इसी का परिणाम है कि नगर निगम के सभी विकास कार्यों के साथ ही प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी ठप पड़ी है।
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आज आआपा के पास केवल 112 निगम पार्षद हैं जबकि विपक्ष में हमारे पास 119 पार्षद हैं और 7 कांग्रेस पार्षद हैं। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आआपा नेता बिना कोई प्रक्रिया पूरी किए खोखली घोषणाएं कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आआपा ने इन घोषणाओं को अपने 2022 के निगम या 2025 के विधानसभा चुनाव घोषणापत्र में क्यों शामिल नहीं किया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dhirender Yadav