Newzfatafatlogo

मानसून में नहीं थमेगी मुंबई

 | 

रेलवे व बीएमसी ने बनाया प्लान

मुंबई, 24 फरवरी (हि.सं.)। मानसून के दौरान रेल पटरियों पर पानी भरने से लोकल ट्रेनों की ऱफ्तार न रूके इसलिए बीएमसी और रेल प्रशासन ने अभी से प्लानिंग बनाई है. रेल पटरियों के किनारे नालियों और नालों की सफाई के साथ ही जलनिकासी के लिए पंप की व्यवस्था व जल चैनलों की लंबाई बढ़ाने सहित विभिन्न उपाय य़ोजनाओं के काम 31 मई से पहले पूरा करने का निर्णय लिया गया है.

मुंबई में भारी बारिश के दौरान उपनगरीय रेल सेवाएं बाधित होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. पिछले वर्ष चूनाभट्टी और भांडुप रेलवे स्टेशनों पर जलभराव के कारण रेल सेवाएं बाधित हुई थीं. इस मानसून यह समस्या निर्माण न हो इसके लिए मुंबई मनपा और रेलवे प्रशासन के साथ समन्वय कर मानसून सीजन के दौरान रेलवे स्टेशनों पर संभावित चुनौतियों से निपटने के उपाय किए जाएंगे. अतिरिक्त मनपा आयुक्त (परियोजना) अभिजीत बांगर ने मंगलवार को ब्रिज विभाग और रेलवे विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की, उन्होंने जलजमाव का स्थायी हल खोजने के अलावा,विभिन्न विकल्पों पर विचार करने का निर्देश दिया है. रेल पटरियों पर संभावित जलजमाव वाले स्थानों पर पंप लगाने और रेलवे क्षेत्र से होकर बहने वाली नालियों और नालों की सफाई के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने हिदायत दी है कि इन कार्यों को निर्धारित समय के भीतर पूरा किया जाना चाहिए. बांगर ने बीएमसी और रेलवे अधिकारियों को संयुक्त रूप से साइट निरीक्षण करने का निर्देश दिया है.

महाराष्ट्र नगर सबवे स्थित छोटे पम्पिंग स्टेशन में5 x 5मीटर क्षमता का भंडारण टैंक (एसटीपी) है. इस भंडारण टैंक की क्षमता को बढ़ाकर15X6मीटर करने की आवश्यकता है. इसके लिए रेलवे की जमीन पर निर्माण कार्य करना होगा. विभाग को निर्देश दिए गए कि रेलवे विभाग के साथ समन्वय कर निविदा प्रक्रिया समय पर पूरी की जाए. यह कार्य31मई2025तक पूरा किया जाए. चूनाभट्टी रेलवे स्टेशन के संबंध में पर्जन्य जलकल विभाग ने प्रस्ताव रखा कि हाईवे सोसायटी से आने वाले बारिश के पानी को2उच्च क्षमता वाले पंप लगाकर नाले में छोड़ा जाए. ताकि यह पानी चूनाभट्टी रेलवे स्टेशन की ओर न बहे. विकल्प सुझाया गया है कि चूनाभट्टी की ओर बहने वाले पानी को झुग्गी क्षेत्र से बाहर हाइवे को पार करके रेलवे सीमा से बाहर ले जाया जाए. इसके बाद इस पानी को पश्चिम की ओर मौजूदा नाले में छोड़ दिया जाए. ताकि अतिरिक्त वर्षा जल को मीठी नदी में मोड़ा जा सके.

भांडुप के उषा नगर में पुल का काम चल रहा है. उस स्थान पर समानांतर जल चैनल को स्थानांतरित कर एक छोटा पुल बनाना जरूरी है.अन्यथा पिछले साल की तरह इस साल भी जलभराव की प्रबल संभावना है. ब्रिज विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जल चैनल को15मई2025तक स्थानांतरित कर दिया जाएगा. जर्जर पुल को हटाने का ध्यान रखा जाएगा. रेलवे विभाग वर्तमान में माटुंगा में पटरियों के नीचे वर्षा जल चैनल का विस्तार करने पर काम कर रहा है. बैठक में निर्णय लिया गया कि इसकी उपयोगिता बढ़ाने के लिए इसकी लंबाई800मीटर तक बढ़ाई जाएगी.

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार