विकसित राजस्थान की रणनीति पर विशेषज्ञों ने तैयार किया श्वेत पत्र

कोटा, 25 फ़रवरी (हि.स.)। ओम कोठारी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च द्वारा आईएसटीडी कोटा चैप्टर, एनएचआरडी जयपुर और राजस्थान एंपलॉयर्स एसोसिएशन के सहयोग से राइजिंग एच.आर. समिट-2025 आयोजित किया गया जिसमें देश के जाने-माने सीएचआरओ ने राउंड टेबल पर वैचारिक मंथन किया और विकसित राजस्थान बनाने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर एक श्वेत पत्र तैयार किया। जिसे राज्य सरकार को भेजा जायेगा।
समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के कौशल नियोजन एवं उद्यमिता मंत्री के.के.बिश्नोई रहे। समिट के उद्घाटन समारोह में अतिरिक्त मुख्य सचिव रवि श्रीवास्तव, ओम कोठारी ग्रुप के अध्यक्ष सी.पी.कोठारी एवं मैनेजमेंट ट्रस्टी श्रीमती सीमा कोठारी, संस्थान के निदेशक डॉ अमित सिंह राठौड़, समिट संयोजक रौनक जैन, राजस्थान एम्पलॉयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एन.के.जैन एवं प्रमुख कंपनियों के सीएचआरओ उपस्थित रहे।
‘यही समय है सही काम करने का....’
समारोह में मुख्य अतिथि उद्यमिता मंत्री के.के.विश्नोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंक्तियां- ‘यही समय है, सही काम का.....’ याद दिलाते हुये कहा कि राजस्थान में निवेश करने व विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए काम करने का यही सही समय है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि राजस्थान सरकार सदैव नवाचारों के साथ है। विशेषज्ञों द्वारा दिए सुझावों को मूर्त रूप देने में सरकार हर संभव प्रयास करेगी।
विश्नोई ने कहा कि आज राजस्थान विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी मजबूती को दर्शा रहा है चाहे वह तेल रिफाइनरी हो या सोलर एनर्जी, ऐसे कई क्षेत्र है जिनमें राजस्थान ने अभूतपूर्व तरक्की की है। उन्होंने कहा कि किसान व उद्योग राजस्थान के विकास में अहम अंग है। उन्हें अब रात में नहीं बल्कि दिन में भी बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अलावा उन्होंने सरकार के राजस्थान को औद्योगिक रूप से देश के प्रथम पंक्ति के राज्य बनाने हेतु किये जा रहे प्रयासों को सभी के सामने रखा। राजस्थान टाइल्स उद्योग, टेक्सटाइल उद्योग व ऐसे अन्य कई उद्योग है जो कि सरकारी प्रोत्साहन से फलफूल रहे हैं। सरकार अकेले यह कार्य नहीं कर सकती, उन्होंने सबसे सहयोग का आह्वान किया।
अब स्किल डेवलपमेंट की ओर कदम बढायें-
रवि श्रीवास्तव ने कहा कि यह संभव नहीं है कि सभी भारतीयों को जॉब मिल पाए। इसके लिए सभी को स्किल डेवलपमेंट की ओर कदम उठाने होंगे। सी पी कोठारी ने कहा कि ऐसी समिट के जरिए ही प्रगति का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा। सीमा कोठारी ने कहा कि ओम कोठारी इंस्टिट्यूट के 30 वर्ष पूर्ण होने इस आयोजन का विशेष महत्व है। एन.के.जैन ने एम्पलॉयर्स को राजस्थान की विकास की धुरी बताते हुए कहा कि रोजगार के अवसर बढ़ाने व समृद्ध राजस्थान हेतु सबको कंधे से कंधा मिलाकर प्रयास करना है। डॉ अमित सिंह राठौड़ ने राइजिंग राजस्थान को राइजिंग एच आर के साथ जोड़ने के लिये ओम कोठारी इंस्टीट्यूट द्वारा भविष्य में भी प्रयास अनवरत जारी रहेंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर हुई वर्कशॉप-
एसेंचर के हेड निकुंज डांग द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित वर्कशॉप आयाजित की गई जिसमें डिजिटल तकनीक के विभिन्न आयामों की जानकारी दी गई। इसके पश्चात डॉ विनीत मंगल, मनीष चुम, डॉ अंतरप्रीत सिंह, आलोक निगम और डॉ प्रभात पंकज जैसे विख्यात मॉडरेटर के नेतृत्व में थीम आधारित विषयों पर गहन राउंड टेबल चर्चा हुई। जिसमें सभी सीएचआरओ ने वैचारिक मंथन द्वारा अपने मत रखे। इन सभी पर आधारित एक श्वेत पत्र तैयार किया गया जिसमें विकसित राजस्थान के लिए विभिन्न रणनीति के लिये सुझाव दिये गये। समिट में समिट मार्केटिंग हेड अदिति गर्ग, पलासिया की मार्केटिंग हेड दीक्षा खत्री, ओम कोठारी इंस्टीट्यूट के अनुज बिंदल ने सहयोग किया। अंत में सभी ने राजस्थान के भविष्य को गौरवशाली बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द