PM मोदी ने कुरुक्षेत्र में पांचजन्य स्मारक और महाभारत अनुभव केंद्र का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन समारोह
कुरुक्षेत्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कुरुक्षेत्र के गीता स्थली ज्योतिसर में पांचजन्य स्मारक का उद्घाटन किया। इसके साथ ही, उन्होंने महाभारत अनुभव केंद्र का भी उद्घाटन किया। यह अनुभव केंद्र महाभारत युग का जीवंत अनुभव प्रदान करेगा। पंचजन्य स्मारक भगवान कृष्ण के पवित्र शंख पंचजन्य पर आधारित है, जो धर्म और दिव्य ज्ञान का प्रतीक है।
महाभारत युद्ध में शंख का महत्व
धर्म और न्याय का आह्वान
महाभारत के युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने अपने शंख पंचजन्य से शंखनाद किया, जो न्याय और धर्म का प्रतीक था। यह शंख गुरु दक्षिणा के रूप में उन्हें प्राप्त हुआ था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह शंख शंखासुर नामक दैत्य को मारने के बाद उसके खोल से बना था।
शंख की ध्वनि का प्रभाव
शंखनाद का महत्व
युद्ध की शुरुआत में शंखनाद करना एक पवित्र कार्य था, जो धर्म की रक्षा का प्रतीक था। श्री कृष्ण के शंख की ध्वनि से उनकी सेना में उत्साह और शत्रु सेना में भय फैल जाता था। यह शंख भारत के सनातन संदेश धर्म और दिव्य ज्ञान का प्रतीक है। इस पर श्रीमद्भगवद् गीता के 18 श्लोक अंकित हैं।
महाभारत अनुभव केंद्र का अवलोकन
पीएम मोदी का निरीक्षण
महाभारत अनुभव केंद्र में प्रधानमंत्री ने विभिन्न कक्षों का अवलोकन किया, जिसमें स्वागत कक्ष, महाकाव्य का सृजन कक्ष, द्रोपदी स्वयंवर, और भगवान श्री कृष्ण का विराट स्वरूप शामिल हैं। उन्होंने हर विवरण को बारीकी से देखा।
