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पार्वती वैली अब वन रही डेथ वेली : डी आर सुमन

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पार्वती वैली अब वन रही डेथ वेली : डी आर सुमन
पार्वती वैली अब वन रही डेथ वेली : डी आर सुमन


कुल्लू, 21 नवंबर (हि.स.)। पार्वती घाटी आज के समय रहस्मयी घाटी और मौत की घाटी के नाम से जानी जाने लगी है। अनेक पर्यटक अज्ञात परिस्थितियों में लापता हो जाते हैं तो वहीं कई पर्यटक मौत के मुंह में चले जाते हैं। मणिकर्ण घाटी (पार्वती घाटी) में भी पर्यटकों की संख्या बढ़ सकती है लेकिन प्रशासन, पर्यटन विभाग और पंचायतों में चुने हुए प्रतिनिधि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किसी तरह के प्रयास नहीं कर रहे। जोकि पार्वती घाटी के लोगों के लिए बड़े ही दुख का विषय है। परियोजनाओं के लिए हजारों पेड़ों की बलि दे दी जाती है लेकिन पेड़ लगाने में कोई संस्था या परियोजना आगे नहीं आती है।

यह बात मंगलवार को पार्वती वैली एडवेंचर टूअर् ऑपरेटर ऐसोसिएशन कसोल के अध्यक्ष डी. आर. सुमन ने घाटी में हो रही दुर्घटनाएं बनाम पर्यटन तथा सम्बद्ध विषयों पर चर्चा करते हुई कही।

उन्होंने कहा कि मनाली में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। तीर्थन घाटी तथा लगघाटी के लिए पर्यटन की कई स्कीमें बनाई जा रही हैं लेकिन पार्वती वैली के साथ सौतेला व्यवहार किस लिए किया जा रहा है।

सुमन ने कहा कि इतनी बड़ी पार्वती घाटी में एक भी सुलभ शौचालय व पर्यटन सूचना केंद्र नहीं है जहां से पर्यटक पार्वती वैली के घूमने और ट्रेकिंग रूट के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके।

उन्होंने कहा कि हजारों की संख्या में यहां पर्यटक आते हैं। कई ट्रेकिंग एजेंसी यहां पर्यटकों को घूमने ट्रेकिंग पर ले जाती हैं। जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं होता जबकि हर एजेंसी का पंजीकरण होना अनिवार्य है। प्रदेश को जो राजस्व मिलना चाहिए वो मिलने वाला जीएसटी नहीं मिल पाता।

सुमन ने कहा कि जिला प्रशासन से हमने लिखित रूप से मांग उठाई थी कि मणिकर्ण घाटी में पर्यटन सूचना केंद्र (टूरिस्ट इन्फॉर्मेशन सेंटर) बनाया जाए। जिसमें हर पर्यटक और गाइड एजेंसियों का नाम पता पंजीकृत हो लेकिन अभी तक जिला प्रशासन चुप्पी धारण किए हुए बैठा है। 

उन्होंने कहा कि पार्वती वैली के सभी ट्रेकिंग रूट कठिन हैं।आजादी के बाद अभी तक न वन विभाग और न ही पर्यटन विभाग ने रास्तों पर ध्यान दिया है। इसलिए हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा हर ट्रेकिंग रूट पर चेक पोस्ट का होना अति आवश्यक है जहां पर हर पर्यटक का पंजीकरण किया जाना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार / जसपाल/सुनील