Newzfatafatlogo

पंजाब में हरियाली के लिए आम आदमी पार्टी का नया मिशन

पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी है। पिछले दो वर्षों में 1.2 करोड़ पौधे लगाए गए हैं और 2024-25 के लिए 3 करोड़ पौधों का लक्ष्य रखा गया है। यह अभियान अब एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसमें हर घर बागीचा की भावना को साकार किया जा रहा है। जानें इस अभियान की सफलता और भविष्य की योजनाओं के बारे में।
 | 
पंजाब में हरियाली के लिए आम आदमी पार्टी का नया मिशन

मुख्यमंत्री भगवंत मान का पर्यावरण संरक्षण का प्रयास


पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (AAP) ने पर्यावरण संरक्षण को अपनी प्राथमिकता बना लिया है। पिछले दो वर्षों में हरियाली के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए, 2023-24 में रिकॉर्ड 1.2 करोड़ पौधे लगाए गए हैं, और 2024-25 के लिए 3 करोड़ पौधों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।


हर घर बागीचा: जन आंदोलन का रूप

यह अभियान अब एक जन आंदोलन में बदल चुका है, जिसमें गांवों से लेकर शहरों, स्कूलों और धार्मिक स्थलों तक 'हर घर बागीचा' की भावना को साकार किया जा रहा है।


कांग्रेस और अकाली दल की विफलता के कारण, पंजाब ने पिछले 22 वर्षों में 1.13% वन क्षेत्र खो दिया है। केंद्र सरकार की फॉरेस्ट सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, 2001 में पंजाब का वन क्षेत्र 4.80% था, जो 2023 में घटकर केवल 3.67% रह गया है।


वन क्षेत्र और पेड़ कवर में कमी

इसका मतलब है कि 22 वर्षों में 1.13% वन क्षेत्र और 0.28% पेड़ कवर कम हुआ है। अकाली दल ने 2012 में 40 करोड़ पौधे लगाने का वादा किया था, लेकिन केवल 5 करोड़ पौधे ही लगाए गए, जिनमें से केवल 25-30% ही जीवित रहे।


2010 से 2020 के बीच 8-9 लाख पेड़ काटे गए, जिसमें 2013-14 में 2 लाख, 2014-15 में 2.12 लाख और 2010-11 में 1.50 लाख पेड़ शामिल हैं।


भ्रष्टाचार और वन संरक्षण

कांग्रेस शासन के दौरान, वन मंत्री साधू सिंह धरमसोत को वन घोटाले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें हर 'खैर' पेड़ की कटाई पर ₹500 की रिश्वत और अधिकारियों के तबादले पर ₹10-20 लाख की वसूली की गई थी। इस प्रकार, हरियाली को भ्रष्टाचार का शिकार बनाया गया।


मान सरकार की नई नीतियाँ

मान सरकार ने 2024 के लिए ट्री प्रिज़र्वेशन पॉलिसी लागू की है, जिसमें गैर-वन और सरकारी भूमि पर पेड़ों को कानूनी अधिकार दिया गया है। बिना अनुमति पेड़ काटने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है और हर विकास परियोजना में कंपेंसेटरी अफॉरेस्टेशन अनिवार्य किया गया है।


2023-24 में 940.384 हेक्टेयर पर पौधारोपण किया गया है।


परिणाम और वृद्धि

भारत सरकार की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब में ट्री कवर में 177.22 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जो पिछले 15 वर्षों में सबसे बड़ी बढ़ोतरी है।


नानक बागीचियाँ और पवित्र वन

105 नानक बागीचियाँ स्थापित की गई हैं और 268 पवित्र वन विकसित किए गए हैं। 'पंजाब हरियावली लहर' के तहत 3.95 लाख ट्यूबवेलों के पास 28.99 लाख पौधे लगाए गए हैं।


गुरबाणी से प्रेरित होकर, यह अभियान 'पवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महत' के सिद्धांतों पर आधारित है।


वैश्विक सहयोग और भविष्य की योजनाएँ

JICA के साथ मिलकर ₹792.88 करोड़ का एक मेगा प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिसका लक्ष्य 2030 तक पंजाब का वन क्षेत्र 7.5% तक बढ़ाना है। यह परियोजना 2025-26 से 5 वर्षों तक चलेगी और इसके लाभ में हरियाली के साथ-साथ हजारों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।