शहीदी सभा के लिए पंजाब सरकार ने किए व्यापक प्रबंध
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का बयान
चंडीगढ़: फतेहगढ़ साहिब में शहीदी सभा के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं, परिवहन, सफाई और सुरक्षा के इंतजाम व्यापक स्तर पर किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि संगत की बड़ी संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 20 आम आदमी क्लीनिक और 5 डिस्पेंसरी स्थापित की जा रही हैं, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर और अन्य स्टाफ उपलब्ध रहेंगे। इन क्लीनिकों के लिए दवाइयों और अन्य आवश्यक सामान की व्यवस्था भी की गई है।
छोटे साहिबजादों की कुर्बानी का महत्व
दशमेश पिता साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों की महान कुर्बानी का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कुर्बानी मानव इतिहास में एक अनूठी घटना है। इसे सिख इतिहास में 'छोटी जिंदगियों के बड़े साके' के रूप में याद किया जाता है।
यात्रा की सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि संगत के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा हेतु 'इंटर सिटी शटल बस सेवा' शुरू की जाएगी। शहीदी सभा के दौरान 200 शटल बसें और 100 ई-रिक्शा तैनात किए जाएंगे, जो श्रद्धालुओं को पार्किंग स्थलों से गुरुद्वारा साहिब तक ले जाएंगे।
सुरक्षा व्यवस्था
सुरक्षा के लिए 3300 से अधिक पुलिस जवान तैनात रहेंगे। पुलिस इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया गया है, जहां एक विशेष हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। शहर में 300 सी.सी.टी.वी कैमरे लगाए जाएंगे और ड्रोन द्वारा निगरानी की जाएगी।
स्वच्छता और रक्तदान शिविर
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर की सफाई के लिए विभिन्न जिलों से मशीनरी मंगवाई जा रही है और वॉलंटियरों की टीमें तैनात की जाएंगी। इसके अलावा, शहीदी सभा के दौरान विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
पवित्र शहरों का दर्जा
मुख्यमंत्री ने अमृतसर, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब को पवित्र शहरों का दर्जा देने की घोषणा की। यह सिखों की लंबे समय से चली आ रही मांग थी।
दिल्ली में प्रदूषण की समस्या
मुख्यमंत्री ने दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर समस्या पर भाजपा सरकार की नाकामी को उजागर किया और कहा कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है।
मनरेगा योजना का नाम बदलने पर टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने मनरेगा योजना का नाम बदलने पर तंज करते हुए कहा कि नाम बदलने से व्यवस्था में सुधार नहीं होता।
