Newzfatafatlogo

राजाखेडा के शहीद सैनिक रणजीत सिंह को किया नमन

 | 
राजाखेडा के शहीद सैनिक रणजीत सिंह को किया नमन
राजाखेडा के शहीद सैनिक रणजीत सिंह को किया नमन


राजाखेडा के शहीद सैनिक रणजीत सिंह को किया नमन


राजाखेडा के शहीद सैनिक रणजीत सिंह को किया नमन


धौलपुर, 10 जून (हि.स.)। धौलपुर जिले के राजाखेडा क्षेत्र के भारतीय सेना के शहीद हवलदार रणजीत सिंह सिकरवार को नमन कर श्रद्वा सुमन अर्पित किए गए। राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत शाहपुरा - जसुपुरा के पैतृक गांव इच्छापुरा में सम्मन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में राजाखेडा विधायक रोहित बौहरा ने कहा कि वीर सपूत शहीद रणजीत सिंह सिकरवार का बलिदान सदैव स्मरणीय रहेगा। शहीद के परिवार को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए हम सभी उनके साथ खड़े हैं। बौहरा ने बताया कि जिला प्रशासन एवं सरकार से मांग की गई है कि शाहपुरा के स्कूल का नामकरण शहीद रणजीत सिंह सिकरवार के नाम पर किया जाए। इसके साथ ही सरकार के नियमों के मुताबिक नि:शुल्क आवास एवं भूमि का आवंटन भी जल्दी कराया जाए। इस संबंध में सैनिक बोर्ड के माध्यम से शहीद के बेटे को नौकरी देने की मांग भी की गई है। सम्मान कार्यक्रम में मौजूद जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने कहा कि राजस्थान के साथ-साथ धौलपुर जिले से भी कई सपूत शहीद हुए हैं। जो धौलपुर जिले के लिए गौरव की बात है। शहीद रणजीत सिंह सिकरवार के परिवार को केन्द्र एवं राज्य सरकार के नियमों के मुताबिक सभी सहायता पैकेज शीघ्र ही प्रदान किया जाएगा। शहीद परिवार के साथ में शासन और सरकार हर संभव मदद के लिए तैयार खडी है। अंतिम सम्मान कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीणों ने जब तक सूरज चांद रहेगा...रणजीत सिंह का नाम रहेगा के नारे लगाए। कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों,सेना के अधिकारियों तथा ग्रामीणों ने शहीद रणजीत सिंह सिकरवार की तस्वीर पर फूल माला चढाकर उनको श्रद्वापूर्वक नमन किया।

आपरेशन स्नो लेपर्ड में शहीद हुए थे रणजीत सिंह....

भारतीय सेना की महार रेजीमेंट में तैनात राजाखेडा क्षेत्र के इच्छापुरा निवासी रणजीत सिंह सिकरवार 4 अक्टूबर 2023 को पूर्वी सिक्किम में आई प्राकृतिक आपदा के तहत आपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान शहीद हो गए थे। इस आपरेशन में शहीद रणजीत सिंह सिकरवार सेना के अन्य जनानों के साथ में लापता हो गए थे तथा इस आपदा में सेना के दर्जनों वाहन भी बह गए थे। आपदा के बाद में चलाए गए सर्च एवं बचाव कार्यक्रम के बावजूद शहीद रणजीत सिंह सिकरवार का पार्थिव शरीर नहीं मिला था। इसके करीब आठ महीने के बाद में सेना की ओर सेना के नियम तथा प्रावधानों के मुताबिक सभी कार्रवाई करने के बाद में रणजीत सिंह सिकरवार को शहीद का दर्जा दिया गया। इसके बाद में उनका राष्ट्रीय सम्मान कार्यक्रम एवं भावभीनी श्रद्धांजलि कार्यक्रम सोमवार को उनके पैतृक गांव इच्छापुरा में रखा गया था। बताते चलें कि सेना के शहीद हवलदार रणजीत सिंह सिकरवार वर्ष 2001 में सेना में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी रेखा,बडा पुत्र अंकित तथा छोटा पुत्र अंकेश है।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/ईश्वर