Newzfatafatlogo

सीतानदी क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों में जंगली-जानवर कैद.

 | 
सीतानदी क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों में जंगली-जानवर कैद.
सीतानदी क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों में जंगली-जानवर कैद.


सीतानदी क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों में जंगली-जानवर कैद.


सीतानदी क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों में जंगली-जानवर कैद.


सीतानदी क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों में जंगली-जानवर कैद.


धमतरी, 3 अप्रैल(हि.स.)।सीतानदी एरिया के रिसगांव रेज के कोर क्षेत्र पर ट्रैप कैमरा लगा हुआ है, जिसमें जंगली-जानवर कैद है। कैमरा निकालने के बाद फुटेज में तस्वीर कैद हुआ है, जिसे सार्वजनिक किया गया है। तेंदुआ, हिरण, कोटरी व नीलगाय की तस्वीर है। वहीं दो तेंदुआ द्वारा एक मृत हिरण से भूख मिटाते हुए तस्वीर है।

उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया कि सीतानदी एरिया के रिसगांव रेंज के कोर क्षेत्र में करीब 200 ट्रैप कैमरा लगाया गया था। इसमें से कई कैमरों की चोरी हो गई है। करीब 180 कैमरा सुरक्षित था। शासन के प्रोटोकाल के अनुसार और गर्मी में आगजनी से कैमरा को बचाने के लिए रिसगांव रेंज के कोर क्षेत्र पर लगे सभी ट्रैप कैमरा को निकाला जा रहा है, जिसमें मिले फुटेज पर कई जंगली-जानवरों की तस्वीरें है। दो तेंदुए एक साथ जंगल के भीतर विचरण करते हुए कैद है। एक मृत हिरण से तेंदुआ अपना भूख मिटाते हुए फोटो कैद हुआ है। वहीं एक नीलगाय विचरण करते हुए और कोटरी भी घूमते हुए नजर आ रहे हैं। इसी तरह अन्य जंगल-जानवरों के तस्वीर है।

उपनिदेशक श्री जैन ने बताया कि रिसगांव के कोर क्षेत्र में एक हिरण को जंगली कुत्ताें ने काटकर घायल कर दिया था, जिस पर सीआरपीएफ जवानों की नजर गई, तो हिरण के काटे हुए जगह का प्राथमिक उपचार भी किया गया था। वन विभाग को जब इसकी खबर लगी, तो घायल हिरण के बेहतर उपचार के लिए उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था, जहां उसकी मौत हो गई। ऐसे में जंगल के भीतर मृत हिरण के शव को अन्य जंगली जानवरों के भूख मिटाने के लिए रखा गया था। मृत हिरण को खाते हुए दो तेंदुआ कैमरा में कैद हुआ है। शासन के प्रोटोकाल के अनुसारन कैमरों में कैद सभी तस्वीरों को देहरादून भेजा जाता है।

उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में लगाए ट्रैप कैमरों में अब तक एक भी बाघ की तस्वीर कैद नहीं हुआ है न ही वहां रहने वाले वन कर्मचारियों व ग्रामीणों ने कभी देखा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा