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अपमान याद कर विधानसभा अध्यक्ष देवनानी की आंखें छलकी

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अपमान याद कर विधानसभा अध्यक्ष देवनानी की आंखें छलकी


जयपुर, 25 फ़रवरी (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी मंगलवार काे सदन में रोने लगे। उन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर उनका अपमान करने व अपशब्द कहने के आरोप लगाए।

देवनानी ने कहा कि मैं भी पांच बार से सदन में आ रहा हूं, मैंने कभी ऐसे शब्द नहीं सुने। मैंने कभी पक्षपात नहीं किया लेकिन फिर भी ऐसे आरोप लगाते हैं तो दुख होता है।

यह सब सुनने के बाद मुझे भी यह लगता है कि वह विधायक बनने के योग्य भी नहीं है लेकिन इसका फैसला मैं सदन पर छोड़ता हूं।

विधानसभा में कांग्रेस के बायकॉट के बाद सदन की कार्यवाही के दौरान स्पीकर वासुदेव देवनानी भावुक हो गए।

देवनानी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के प्रति कथित अपमानजनक शब्दों के बाद सदन के अंदर मचे हंगामे को लेकर सफाई दी। कांग्रेस विधायक ही गतिरोध के लिए पूरी तरह दोषी है। उन्हाेंने कहा कि मैंने गतिरोध दूर करने की पूरी कोशिश की लेकिन समझौते के अनुसार कांग्रेस विधायकों ने अपनी बात का पालन नहीं किया। सदन में अपनी इस बात को कहते हुए विधानसभा अध्यक्ष का दो बार गला भर आया और आंसू भी छलक गए।

उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा कल बोली गई, उससे मैं बेहद आहत हूं। ऐसा सदस्य विधानसभा में रहने योग्य नहीं है। अब से कोई भी सदस्य यदि आसन की गरिमा भंग करेगा, तो वह स्वतः निलंबित माना जाएगा।

उन्होंने कहा कि अगर कोई भी सदस्य स्पीकर के डायस तक पहुंचेगा या अव्यवस्थित व्यवहार करेगा, तो उसे स्वतः ही निलंबित मान लिया जाएगा। अब इसके लिए कोई प्रस्ताव लाने की आवश्यकता नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि मैंने कभी पक्षपात नहीं किया और न करूंगा। आपने एक छोटे से कार्यकर्ता को स्पीकर की कुर्सी तक पहुंचाया, लेकिन मैं ऐसे शब्द सुनने के लिए अध्यक्ष नहीं बना हूं। स्पीकर के इस भावुक बयान के बाद सदन में कुछ देर के लिए सन्नाटा पसर गया।

देवनानी ने विधानसभा में कांग्रेस के निलंबित विधायक गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा आसन को देखकर अपशब्द कहे जाने पर भी गहरी चिंता जताई। उन्हाेंने कहा कि आसन का सम्मान होना चाहिए और उन्हें लगता है कि ऐसे जनप्रतिनिधि को कभी भी सदन में आने का अधिकार ही नहीं होना चाहिए। हालांकि यह बात सदन तय करेगा कि ऐसे आचरण वाले विधायक के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए।

देवनानी के भावुक बयान के बाद सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई। बीजेपी विधायकों ने कहा कि अगर कोई सदस्य बार-बार सदन की गरिमा भंग करता है, तो उसकी सदस्यता पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।

देवनानी के भावुक होने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उनके चेंबर में पहुंचे। उनके साथ विधानसभा में मौजूद कई मंत्री और बीजेपी विधायक भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात कर सदन की गरिमा बनाए रखने और गतिरोध खत्म करने को लेकर चर्चा की।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित